Book Title: Swatantrata ke Sutra Mokshshastra Tattvartha Sutra
Author(s): Kanaknandi Acharya
Publisher: Dharmdarshan Vigyan Shodh Prakashan
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The 1st mountain i.e. हिमवन is golden in colour: the 2nd Silvery white, the 3rd red, like red-hot gold; the 4th is blue, like the neak of a peacock, the 5th silvery white and the 6th golden HP Maya in this sutra means like.
कुलाचलों का वर्ण हेमार्जुनतपनीयवैडूर्यरजतहेममया: । ( 12 )
ये छहों पर्वत क्रम से सोना, चांदी तपाया हुआ सोना, वैडूर्यमणि, चाँदी और सोना इनके समान रंग वाले हैं।
हिमवान् पर्वतका रंग हेममय अर्थात् चीनी रेशम के समान है। महाहिमवान् का रंग अर्जुनमय अर्थात् सफेद है। निषध पर्वतका रंग तपाये गये सोने के समान अर्थात् उगते हुए सूर्य के समान है। नील पर्वतका रंग वैडूर्यमय अर्थात् मोर के गले की आभावाला है। रूक्मी पर्वतका रंग रजतमय अर्थात् सफेद है और शिखरी पर्वत का रंग हेममय अर्थात् चीनी रेशम के समान है।
The sides of these 6 mountains are studded with various, jewels and they are of equal width at the Foot, the top, the middle.
कुलाचलों का आकार
मणिविचित्रपार्वा उपरि मूले च तुल्यविस्तार: । (13)
इनके पार्श्व (बाजूये) मणियों से चित्र विचित्र हैं तथा वे ऊपर मध्य और मूल में समान विस्तार वाले हैं।
इन पर्वतों के पार्श्व भाग नाना रंग और नाना प्रकार की प्रभा आदि गुणों से युक्त मणियों से विचित्र हैं इसलिए सूत्र में इन्हें मणियों से विचित्र पार्श्व वाले कहा है । अनिष्ट आकार के निराकरण करने के लिए सूत्र में 'उपरि' आदि रखे हैं। 'च' शब्द समुच्चयवाची है। तात्पर्य यह है कि इनका मूल में जो विस्तार है वही ऊपर और मध्य में है ।
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कुलाचलों पर स्थित सरोवरों के नाम पद्ममहापद्मतिगिञ्छकेसरिमहापुण्डरीकपुण्डरीका ह्रदास्तेषामुपरि । ( 14 )
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