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संकल्प के साथ विरोध किया, वह भारत में दिगम्बर साधुओं के निर्बाध विचरण के संबंध में ऐतिहासिक पथ सिद्ध होता रहेगा ।
हमारे समस्त परिवार पर उनकी आशीर्वादात्मक कृपा रहे, यह हम अपना अहोभाग्य समझते हैं । उनका मार्गदर्शन अक्षुण्ण हो, वे दीर्घायु हों, समाज उनके सान्निध्य एवं उपदेशों से लाभान्वित हो । इसी भावना के साथ मैं, मेरी पत्नी सुशीला एवं मेरा समस्त परिवार उनके प्रति श्रद्धावनत है ।
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- रमेशचन्द जैन
राजपुर रोड, दिल्ली
यह जान कर खुशी हुई कि आप आचार्य श्री देशभूषण जी महाराज का अभिनन्दन ग्रन्थ प्रकाशित कर रहे हैं ।
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- लक्ष्मीनिवास बिरला
कलकत्ता
आचार्य देशभूषण जी के व्यक्तित्व और कृतित्व ने भारतीय समाज को प्रभूत रूप में प्रभावित किया है । भगवान् महावीर के लोकमंगल संदेश को उन्होंने आधुनिक काल में जीवंत रखा है । उनके जैसे महानुभावों के कारण हमारी संस्कृति आज तक प्राणवती है ।
- प्रो० कृष्णदत्त वाजपेयी
सागर (म. प्र. ) .
5 मेरी दोनों आँखों में मोतियाबिन्द है । पत्रोत्तर देने का कार्य भी बिना किसी के सहयोग के नहीं हो पाता । ++++ अभिनन्दन ग्रन्थ के लिए इस समय कुछ भी लिखाकर भेजने में असमर्थ हूँ । आपके इस मंगल प्रयास की कामना करता हूँ । - भदन्त आनन्द कौसल्यायन 5 भारतवर्ष विभिन्न धर्मो और मत-मतान्तरों का देश है । अनेकता में एकता इसकी विशेषता है । इन सभी धर्मों का एकमात्र लक्ष्य मानव-कल्याण है । ऋषि-मुनियों की इस धरती पर वर्तमान में जैनाचार्य, दिगम्बरत्व के प्रतिमान आचार्यरत्न देशभूषण जी महाराज अनथक पद यात्राओं और चातुर्मासों द्वारा मानव-कल्याण के इसी लक्ष्य से धर्मोपदेश द्वारा और कन्नड़, प्राकृत, अपभ्रंश आदि के प्राचीन जैन ग्रन्थों का सम्पादनप्रकाशन एवं अनुवाद करके इस दिशा में प्रयत्नशील हैं ।
मैं आचार्यश्री के इस प्रयास के प्रति श्रद्धावनत हूँ तथा उनके गौरव के अनुकूल उनके सम्मान में अर्पित किये जाने वाले ग्रन्थ के सफल संपादन के लिए शुभकामना करता हूँ । - कालीचरण
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अतिरिक्त शिक्षा निदेशक, दिल्ली प्रशासन, दिल्ली
आचार्यरत्न श्री देशभूषण जी महाराज अभिनन्दन ग्रन्थ
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