________________
[ १४ ]
राजा न राज्यं न च कामधेनु- । चिन्तामणिर्वा न च कल्पवृक्षः । मंत्री न मंत्रो हि विहाय धर्मं । दुःखस्य हर्ता सुखशांतिदाता ||२६||
उत्तर: –— इस संसारमे पिता, माता, भगिनी, खी, पुत्र, मित्र, भाई, स्वामी, सेवक, देव, देवी, दैत्य, वैद्य राजा, राज्य, कामधेनु, चिंतामणि, कल्पवृक्ष मंत्र और मंत्री आदि कोई भी दुःखों को दूर नहीं कर सकता एक धर्म ही दुःखको दूर करने वाला है । धर्मके सिवाय दुःखोंको दूर करनेवाला और सुख शान्ति देनेवाला अन्य कोई नहीं है ||२५||२६||
-
को वा मनोज्ञो गुणवान् । सर्वशोभां बिभर्ति यः ॥ प्रश्न : - ऐसा कौन है जो मनोज्ञ हो, गुणवान हो और सब तरह की शोभाको धारण करता हो ?
सना मनोज्ञः स विभुः स वीरः । श्रीमान् स दानी बलवान् स धीरः ॥ ज्ञानी स योग्यो विमलः स राजा । भक्त्या सदा यश्च करोति धर्मम् ||२७||