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सजन मुनिराज कुंथुसांगर ने यह सबै वर्णन किया है। ॥ २४९-२६५ ॥
इति श्रीमुनिराजकुंथुसागरावरचितबोधामृतसारग्रंथ स्फुटप्रश्नोत्तरवर्णनो नाम
प्रथमोऽधिकारः।
- इस प्रकार मुनिराज श्रीकुंथुसागरविरचित बोधामृतसार । जामके ग्रंथमें स्फुट प्रश्नोत्तरोंको वर्णन करनेवाला यह
पहला अध्याय समाप्त हुआ।