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भला उनके कर्मो का बंध कैसे हो सकता है अर्थात् कभी नहीं ।। १३५ ।। १३६ ॥
भगवन् कोऽस्ति लोकेऽस्मिन् ब्रह्मा विष्णुर्महेश्वरः ? प्रश्नः - हे भगवन् ! इस संसार में ब्रह्मा कौन है, विष्णु
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कौन है और महादेव कौन है ?
योऽनन्तवोधो भुवने स विष्णुः, ब्रह्मा स एवास्ति निजात्मनिष्ठः । यः कर्ममुक्तो जगदीश्वरः स करोति मोक्षे निजमेव राज्यम् ॥ ॥१३७ कर्मद्विषो यः प्रविजित्य जातो, लोके महादेव इति प्रसिद्धः । स एव वंद्योऽस्ति नरामरेन्द्रै-, रन्यो न पूज्यो न च कोऽपि वंद्यः ॥१३८ उत्तरः — इस संसार में जो अनंतज्ञानी भगवान जिनेंद्र देव हैं वे ही विष्णु हैं तथा अपने शुद्ध आत्मामें लीन रहनेवाले वे ही भगवान जिनेंद्र देव ब्रह्मा हैं । जो कमसे सर्वथा रहित हैं ऐसे सिद्ध परमेष्ठी जगदीश्वर वा महादेव हैं जो कि मोक्षस्थानमें विराजमान होकर अपना स्वात्मजन्य स्वराज्य कर रहे हैं। इस संसार में महादेव उन्हीं