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भगवती
सूत्र - श. ३ उ. ४ उत्पन्न होने वाले जीवों की लेश्या
जैसा स्त्री के रूप के सम्बन्ध में कहा गया है वैपा ही युग्य, गिल्लि, थिल्लि, शिविका और सयन्दमानिका इन सब के रूप परिणमन सम्बन्धी सूत्र कहना चाहिये । केवल यान ( शकट - गाड़ी) के विषय में विशेषता है। जो कि ऊपर सूत्र द्वारा कही गई है। क्योंकि चक्र ( पहिया ) सिर्फ गाड़ी के ही होता है । युग्य, गिल्लि, थिल्लि आदि के पहिया नहीं होता, इसलिये उनका कथन तो स्त्री रूप परिणमन के समान ही कहना चाहिये ।
उत्पन्न होनेवाले जीवों की लेश्या
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१७ प्रश्न - जीवे णं भंते ! जे भविए नेरइएसु उववज्जित्तए से णं भंते ! किं लेसेसु उववज्जइ ?
१७ उत्तर - गोयमा ! जल्लेसाई दव्वाई परियाइत्ता कालं करेह, तल्लेसेसु उववज्जइ, तं जहा - कण्हलेसेसु वा णीललेसेसु वा, काउलेने वा; एवं जस्स जा लेस्सा सा तस्स भाणियव्वा ।
१० प्रश्न - जाव - जीवे णं भंते ! जे भविए जोइसिएस उववजित्तए पुच्छा ?
१८ उत्तर - गौयमा ! जल्लेसाई दव्वाई परियाहत्ता कालं करेह तल्लेसेसु उववज्जइ, तं जहा - तेउलेसेसु ।
१९ प्रश्न - जीवे णं भंते ! जे भविए वेमाणिएंसु उववज्जित्तए से णं भंते! किं लेसेसु उववज्जइ ?
१९ उत्तर - गोयमा ! जल्लेसाई दव्वाईं परियाइत्ता कालं करेइ तल्लेसेसु उववज्जइ, तं जहा - तेउलेसेसु वा, पम्हलेसेसु वा सुक्क
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