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भगवती
सूत्र - ६ उ. ४ जीव प्रदेश निरूपण
भावार्थ - १ प्रश्न - हे भगवन् ! कालादेश की अपेक्षा क्या जीव, सप्रदेश है, या अप्रदेश है ?
१ उत्तर - हे गौतम! जीव, नियमा ( निश्चित रूप से) सप्रदेश है । २ प्रश्न - हे भगवन् ! कालादेश की अपेक्षा नैरयिक जीव, सप्रदेश है अथवा अप्रदेश है ?
२ उत्तर - हे गौतम! एक नैरधिक जीव कदाचित् सप्रदेश है और कदाचित् अप्रदेश है । इस प्रकार यावत् सिद्ध जीव पर्यन्त कहना चाहिये । कालादेश की अपेक्षा क्या जीव ( बहुत जीव )
३ प्रश्न - हे भगवन् ! सप्रदेश हैं, या अप्रदेश हैं ?
३ उत्तर - हे गौतम !
४ प्रश्न - हे भगवन् ! कालादेश की अपेक्षा क्या नैरयिक जीव ( बहुत नैरयिक जीव) सप्रदेश हैं, या अप्रदेश हैं ?
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जीव नियमा सप्रदेश हैं ।
४ उत्तर - हे गौतम ! इस विषय में नैरयिक जीवों के तीन भंग हैं । यथा - १ सभी सप्रदेश, २ बहुत सप्रदेश और एक अप्रदेश, ३ बहुत सप्रदेश और बहुत प्रदेश | इस प्रकार यावत् स्तनितकुमारों तक कहना चाहिये ।
५ प्रश्न - हे भगवन् ! क्या पृथ्वीकायिक जीव सप्रदेश है, या अप्रदेश हैं ? ५ उत्तर - हे गौतम ! पृथ्वीकायिक जीव सप्रदेश भी हैं और अप्रदेश भी हैं । इसी प्रकार यावत् वनस्पतिकायिक तक कहना चाहिये ।
- सेसा जहा रहया तहा जाव - सिद्धा । आहारगाणं जीवएगिंदियवज्जो तियभंगो । अणाहारगाणं जीवाणं एगिंदियवज्जा छत्रभंगा एवं भाणियव्वा - १ सपएमा वा २ अपएसा वा ३ अहवा सपने य अपने य, ४ अहवा सपएसे य अपएसा य, ५ अहवा सपएसा य अपने य, ६ अहवा सपएसा य अपएसा य | सिधेहिं
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