Book Title: Bhagvati Sutra Part 02
Author(s): Ghevarchand Banthiya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh
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भगवती सूत्र-श. ६ उ. ८ पृस्चियों के नीचे ग्रामादि नहीं है
१०४५
२ उत्तर-गोयमा ! णो इणटे समटे ।
३ प्रश्न-अस्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए अहे गामा इ वा, जाव-सण्णिवेसा इ वा ? .
३ उत्तर-णो इणटे समढे। . ., ४ प्रश्न-अस्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे उराला बलाहया संप्तेयंति, संमुच्छंति, वासं वासंति ?
४ उत्तर-हंता, अस्थि । तिण्णि वि पकरेइ, देवो वि पकरेइ, असुरो वि पकरेइ, णागो वि पकरेइ ।।
५ प्रश्न-अस्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए बायर थणियसद्दे ?
५ उत्तर-हंता अत्थि, तिण्णि वि पकरेंति।
६ प्रश्न-अस्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे बायरे अगणिकाए ?
६ उत्तर-गोयमा ! णो इणटे समढे, णण्णत्य विग्गहगइसमा. वण्णएणं।
७ प्रश्न-अस्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए अहे. चंदिम, जाव-तारारूवा ?
७ उत्तर-णो इणटे समटे । ८ प्रश्न-अस्थि णं भंते ! इमीसे रयणप्पभाए पुढवीए चंदाभा
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