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भगवती सूत्र--श. ५ उ. . निग्रंथी पुत्र अनगार के प्रश्न
होने से द्रव्य से सप्रदेश होता है, वह क्षेत्र से कदाचित् सप्रदेश और कदाचित् अप्रदेश होता है । क्योंकि यदि वह दो प्रदेशों में रहता है, तो सप्रदेश है और एक प्रदेश में रहता है, तो भप्रदेश है । इसी तरह काल से और भाव से भी कहना चाहिये ।
दो प्रदेश आदि में रहने वाला पुद्गल क्षेत्र से सप्रदेश है, वह द्रव्य से भी सप्रदेश ही होता है। क्योंकि जो पुद्गल द्रव्य से अप्रदेश होता है, वह दो आदि प्रदेशों में नहीं रह सकता है । जो पुद्गल क्षेत्र से सप्रदेश होता है। वह काल से और भाव से कदाचित् सप्रदेश होता है और कदाचित अप्रदेश होता है।
जो पुद्गल काल से सप्रदेश होता. है, वह द्रव्य से, क्षेत्र से और भाव से कदाचित् सप्रदेश होता है और कदाचित् अप्रदेश होता है ।
जो पुद्गल भाव से सप्रदेश होता है, वह द्रव्य से, क्षेत्र से और काल से कदाचित् सप्रदेश होता है, और कदाचित् अप्रदेश होता है ।
सप्रदेश और अप्रदेश पुद्गलों का अल्प बहुत्व जो ऊपर बतलाया गया है, वह स्पष्ट है । सब से थोड़े भाव से अप्रदेश पुद्गल हैं। जैसे-एक गुण काला और एक गुण नीला आदि । उनसे काल से अप्रदेशी पुद्गल असंख्यात गुणा हैं। जैसे-एक समय की स्थिति वाले पुद्गल । उनसे द्रव्य से अप्रदेशी पुद्गल असंख्यात गुणा हैं । जैसे-सभी परमाणु पुद्गल । उनसे क्षेत्र से अप्रदेशी पुद्गल असंख्यात गुणा हैं । जैसे-एक एक आकाश प्रदेश अवगाहन करने वाले पुद्गल । उनसे क्षेत्र से सप्रदेशी पुद्गल असंख्यात गुणा हैं । जैसे-द्विप्रदेशावगाढ़ त्रिप्रदेशावगाढ़ यावत् असंख्यात प्रदेशावगाढ़ पुद्गल । उनसे द्रव्य से सप्रदेशी पुद्गल विशेषाधिक हैं । जैसे-द्वि प्रदेशी स्कन्ध, त्रिप्रदेशी स्कन्ध यावत् अनन्त प्रदेशी स्कन्ध । उनसे काल से सप्रदेशी पुद्गल विशेषाधिक हैं। जैसे-दो समय की स्थिति वाले, तीन समय की स्थिति वाले यावत् असंख्यात समय की स्थिति वाले पुद्गल । उनसे भाव से सप्रदेशी पुद्गल विशेषाधिक हैं । जैसे-दो गुण काले, तीन गुण काले यावत् अनन्त गुण काले पुद्गल आदि इस अल्पबहुत्व को समझाने के लिये कहा गया है।
ठाणे ठाणे वडइ भावाईणं जं अप्पएसाणं ।
तं चिय भाषाईणं परिभस्सइ सप्पएसागं ॥ अर्थात् स्थान स्थान पर जो भावादिक अप्रदेशों की वृद्धि होती है, वही भावादिक सप्रदेशों की हानि होती है। जैसे कि-कल्पना से सब पुद्गलों की संख्या एक लाख मानली जाय, तो उन में भाव से अप्रदेश पुद्गल १००० हैं, काल से अप्रदेश पुद्गल २००० हैं,
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