Book Title: Mulachar Author(s): Manoharlal Shastri Publisher: Anantkirti Digambar Jain GranthmalaPage 33
________________ ३२ गाथा पृ.सं. गा.सं.) गाथा पृ.सं. गा.सं. मूलं छित्ता समणो ३३०। ९१८ रायाचोरादीहिं य ... १७५। ४४३ मरणभयभीरुआणं ३३६। ९३९ रागहोसकसाये य ... १९७॥ ५०४ मा होह वासगणणा ३४४। ९६५ | रागदोसो णिरोहित्ता २०३। ५२३ मोहग्गिणा महंते ... ३४८॥ ९७६ / रागेण व दोसेण व २४०। ६४३ मायाए वहिणीए ... ३५३। ९९२ / रागो दोसो मोहो ... २६७। ७२८ मण बंभचेर वचि बं ३५४। ९९४ | रंजेदि असुहकुणपे २६८। ७२९ मणगुत्ते मुणिवसहे ३६२।१२०१ / रुद्धेसु कसायेसु अ २७१। ७३९ मणवयणकायमंगुल ३६३।१०२५ रुद्धासवस्स एवं ... २७२। ७४४ मसूरियकुसग्गबिंदू ३८३।१०७९ | रत्तिंचरसउणाणं ... २८८१ ७९१ मच्छाण पुव्वकोडी ३९०१११० रोगाणं आयदणं ... ३०४। ८४३ माणुस तिरिया य तहा ४०९।११७० | रागो दोसो मोहो... ३१६। ८७८ मिच्छादिट्ठी सासा... ४११११९५ रागो, धिदीए धीरेहिं ३१६। ८८० मणुसगदीए थोवा... ४२१।१२०७ रजसेदाणमगहणं ... ३२७। ९१० मिच्छादसण अविरदि ४२४।१२१९/ रयणप्पहाए जोयण ४०३।११५२ मोहस्स सत्तरं खलु ४३०।१२३८ मोहस्सावरणाणं ... ४३१।१२४२ | लद्धं अलद्धपुव्वं ... ४५। ९९ | लोइयवेदियसामा ... १०७॥ ६५६ रागादीहिं असचं ... ३॥ ६ लहरियरिणं तु भणियं १७२। ४३६ रायबंधं पदोसं च... २०॥ ४४ | लेवणमज्जण कम्मं... १८४। ४७१ रागेण व दोसेण व २७॥ ५८ | लोगुजोरा धम्म ... २०८। ५३९ रोदणण्हाणभोयण... ८६। १९३ | लोयदि आलोयदि प २०९। ५४० रागी बंधइ कम्मं ... १०५। २४७ | लोयस्सुज्जोवयरा ... २१४। ५५६ रत्तवडचरगतावस... १०६। २५१ / लोगाणुवित्तिविणओ २२१। ५८० रिगवेदसामवेदा ... १०८। २५८ | लोगो अकिहिमो खलु २६६। ७१२ रत्तवडचरग, संसार १०९। ०५९ | लद्धेसु वि एदेसु अ २७७। ७५७ रुहिरादि पूयमंसं ... ११५। २७६ लिंग वदं च सुद्धी... २८१। ७६९ रादो दु पमाज्जित्ता १३२॥ ३२३ | लद्धे ण होति तुट्ठा २९६। ८१६ रादिणिए ऊणरादिणि १५३। ३८४ | लभ्रूण इमं सुदणिहिं ३१३॥ ८७०Page Navigation
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