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107 ब्रह्माण गच्छ - सिरोही राज्य के वरयाण तीर्थ से उत्पन्न इस गच्छ के 48 प्रतिमा लेख 1284 ई. से 1511 ई. के मध्य मिले हैं।'
भावदार गच्छ - इस गच्छ का उल्लेख 1292 ई से 1580 ई के मध्य 25 मूर्तिलेखों में उपलब्ध हुए हैं।
मडाहड गच्छ - सिरोही क्षेत्र के 9 मूर्ति लेखों के 1428 ई. से 1500 ई. के मध्य के लेख प्राप्त हुए हैं।
मडाहड रत्नपुरी गच्छ - इस गच्छ के उल्लेख 1228 ई, 1444 ई और 1500 ई के मिले हैं।
मल्लधारी गच्छ - इस गच्छ के उल्लेख सिरोही क्षेत्र के 30 प्रतिमा लेखों में 1401 ई से 1527 ई के मध्य मिलते हैं।
विमलगच्छ - इस गच्छ का एक मूर्तिलेख 1460 ई का सिरोही क्षेत्र के लुआणा के अजितनाथ के जैनमंदिर का मिलता है।'
संडेरक गच्छ - इस गच्छ के उल्लेख 38 मूर्ति लेखों में 1211 ई से 1531 ई तक मिलते हैं।'
सरस्वतीगच्छ - सिरोही क्षेत्र के घराद गांव से 1456 ई और 1563 ई. के प्रतिमा लेख मिले हैं।
सिद्धान्ति गच्छ - 7 मूर्ति लेखों में 1444 ई से 1541 ई के मध्य इसके उल्लेख मिले
चित्रापल्लीय गच्छ - इस गच्छ का उल्लेख 1277 ई की जयपुर के पंचायती मंदिर की पंचतीर्थी पर अंकित हैं।10
चित्रावाल गच्छ - इस गच्छ के उल्लेख 1444 ई, 1446 ई, 1448 ई, 1451 ई और 1456 ई के मूर्तियों पर मिले हैं।"
1. श्री जैन प्रतिमा लेख संग्रह, क्रमांक 292, 219, 22, प्रतिष्ठा लेखसंग्रह परि. 2, पृ226 2. वही, क्रमांक 20, 33, 176, 255, 150, 162, 88, 157, 9, 191, 235, 124, प्रतिष्ठा लेखसंग्रह,
क्रमांक 169,342, 362,363,402, 463,527,578,583 3. वही, क्रमांक 334, 103, प्रतिमा लेखसंग्रह क्रमांक 210, 603, 788, 789 आदि। 4. प्रतिष्ठा लेखसंग्रह, क्रमांक 253, 339, 891 5. श्री जैन प्रतिमा लेखसंग्रह, क्रमांक 292 ब, प्रतिष्ठा लेखसंग्रह परि. 2, पृ 227 6. वही, क्रमांक 359 7. वही, क्रमांक 208, प्रतिष्ठा लेख संग्रह, परि. 2, पृ 228 8. वही, क्रमांक 174,264 9. वही, क्रमांक 4,153, 145,252, 19, 212, प्रतिष्ठा लेख संग्रह, क्रमांक 999 10. प्रतिष्ठा लेखसंग्रह, क्रमांक 86 11. वही, क्रमांक 346, 370,397,434,505
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