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353 को हुआ। जालौर के चौहान
जालौर या जवालिपुर के चौहान राजाओं ने भी हिन्द जीवन की रक्षा की। नाडोल के ही कीर्तिपाल चौहान ने 1178 ई में जालौर में चौहान राज्य की नींव रखी। कीर्तिपाल के पुत्र समरसिंह और फिर समरसिंह के पुत्र उदयसिंह ने जालौर पर 52 वर्षों (1205-1557 ई) तक शासन किया। यह नाण्डोल, जालौर, मण्डोर, बहाडमेर, किराडू, राडाधराखेर. रामसेन, रतनपुरा, श्रीमाल और सांचौर का स्वामी था। उदयसिंह अनवरत दिल्ली के सुल्तानों के विरुद्ध युद्ध करता रहा। उदयसिंह को मारवाड़ का स्वामी या 'शाकम्भर ईश्वर' कहा जाता था। 1259 ई में उदयसिंह की मृत्यु तक जालौर उत्तर भारत में शक्तिशाली राजपूत राज्य था।
वंशावलियां
1. रणथम्भौर के चौहान
1. गोविन्द
2. बल्हन वि 1272 (1215 ई) 3. प्रहलादन 5. वाग्भट्ट 4.विरनारायण 6. जेत्रसिंह- मृ वि. 1339 (1282 ई)
7. हमीर
विरम
वि 1345, 1339, 1358 (1288, 1292, 1391 ई)
जालौर के चौहान 1. कीर्तिपाल (नाडोल के अल्हण का पुत्र) 2. समरसिंह (1182, 1185 ई) 3. उदयसिंह (1205, 1217, 1248, 1249, 1253, 1257 A.D.) 4. चाचिगदेव (वि 1316, 1319, 1323, 1332, 1333)
5. सामंतसिंह (वि 1339, 1340, 1342, 1344, 1345, 1348, 1352,
| 1355, 1356, 1359, 1362) 6. कान्हादेव मालदेव वि 1371 (1314 ई) वीरमदेव
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