________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir डॉ. महावीरमल लोढ़ा - एम.ए. हिन्दी (राजस्थान विश्वविद्यालय), एम.एड. (कर्नाटक विश्वविद्यालय) और पी एच. डी. (जोधपुर विश्वविद्यालय)। विगत चार दशकों से विधालय स्तर से लेकर महाविद्यालय में स्नातकोत्तर स्तर का। अध्ययन-अध्यापन और अनुसंधान कार्य से जुड़े रहे हैं। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, श्री गंगानगर से प्राध्यापक (हिन्दी विभाग) पद से सेवानिवृति के समय तक एस.एस.जी. पारीक महिला महाविद्यालय, (4) गर्य कर चुके हैं। Serving Jin Shasan gyanmandingkobatirth.org इनके शोधप्रबन्ध 'हिट 133690 विवेचन' ने उपन्यास विषयक शोध को नयी दिशा प्रदान पymskobatirth.org ही ग्रंथ अकादमी, जयपुर द्वारा प्रकाशित 'नैतिक शिक्षाः विविध आयाम' नैतिक शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण और सार्थक दस्तावेज है। शोधनिदेशक के रूप में अनेक लघुशोध प्रबन्धों के अतिरिक्त 'हिन्दी के मनोविश्लेषणात्मक उपन्यास और उनकी शिल्पविधि' का सफल निर्देशन / वार्ताकार के रूप में आकाशवाणी सूरतगढ़ से सामयिक, शैक्षिक ओरसाहित्यिक विषयों पर अनेक वार्ताएं प्रसारित / For Private and Personal Use Only