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25. चन्देला 26. वीरगुनर 27. सेंगर 28. सिकरवाल 29. वैस
30. दहिया 31. जोहिया 32. मोहिल 33. निकुम्भ 34. राजपाली 35. दाहरिया 36. दाहिमा
एक कवि के एक दोहे के अनुसार छत्तीस कुलों में दस कुल सूर्यवंशी, दस चन्द्रवंशी, चार अग्निवंशी और एक एक नागवंश और भूमिवंश के हैं
दस रति से दस चंद से द्वादस ऋषि प्रमाण
चार हुतासन यज्ञ से, यह छत्रीस कुल जान। सूर्यवंश1. मौरी (सूर्यवंशी) 2. निकुम्भ (श्रीनिकेत) 3. रघुवंशी 4. कछवाहा 5. बडगूजर 6. गहलोत (सिसोदिया) 7. राठौर (गहरवार) 8. रैकतार
9. गौड़ 10. निमि (कटहरिया) चन्द्रवंश1. वदुवंशी (जादौन, भाटी, जाड़ेचा) 2. सोमवंशी 3. तंवर (कटियार) 4. चंदेल
5. करचुल (हेहय) 6. बैस (पायड़) 7. पोलच
8. वाच्छित 9. वनाफर 10. झाला (मकवाना) अग्निवंशी1. परिहार 2.परमार
3. सोलंकी 4.चौहान ऋषिवंशी1. सेंगर 2. कनुपरिया
3. विसैन 4. गौतम 5. दीक्षित 6. पुण्डीर 7. धाकरे (भृगुवंशी) 8. गंगवंशी
9. पडियारिन 10. दाहिमा नागवंश1. टांक (तक्षक) भूमिवंश1. कटोच या कटोक्ष
इसमें अग्निवंशी, नागवंशी, भूमिवंशी केवल आलंकारिक नाम हैं। ऋषिवंशी भी कहना ठीक नहीं, क्योंकि सभी क्षत्रिय ऋषियों की संतान है।
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