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भद्ररथ
वृहत्कर्मा
वृहदगर्भ
वृहन्मना
जयदर्थ
दृढ़रथ
कर्ण
विकर्ण- (सौकर्ण- शतकर्णी से) (सेंगरवंश)
क्षत्रिय (गोत्र अज्ञात) से निसृत ओसवंश के गोत्र श्री भूतोड़िया ने निम्नांकित ओसवंश के गोत्र क्षत्रियों से निसृत माने हैं।
1.श्रेष्ठि/वैद्य/वेद/मेहता/मूथा
2. झाबक/झबक/झम्मड़/जम्मड़
3. बाफना/बहुफणा/नापना
4. नाहटा
5. कोचेटा/कोटेचा
6. बेताला
7. सांभर/सामर/चतुर साम्भर
8. कुम्भट
9. सिंघी (मुर्शिदाबाद के बलदोता सिंधी)
1. इतिहास की अमरबेल, ओसवाल, द्वितीय खण्ड, 23 और 74
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