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131 7. अनोपमचंद जी 8. देवजी 9. चम्पालाल जी 10. चुन्नीलाल जी 11. किशनलाल जी 12. बलदेव जी
13. हरकचंद जी हुक्मीचंद जी महाराज की आचार्य परम्परा- दो (अ)
1. हरजी ऋषि 2. गोदाजी 3. परसराम जी 4. लोकमल जी 5. मायाराम जी 6. दौलतराम जी 7. लालचंद जी 8. हुक्मीचंद जी 9. शिवलाल जी 10. उदयसागर जी 11. चौथमल जी 12. श्रीलाल जी . 13. जवाहरलाल जी
14. गणेश लाल जी (श्रमण संघ के उपाचार्य थे, अब उनके पट्ट पर नानालाल जी विद्यमान हैं, 1971) (ब) 1. लालजी महाराज
2. मन्नालाल जी 3. खूबचंद जी
4. छगनलाल जी (किस्तूरचंदजी विद्यमान है, 1971) (5) धर्मदास जी महाराज के सम्प्रदाय
___ धर्मदास जी महाराज का शिष्य समुदाय विशाल था। आपके निन्यानवे शिष्यों के नाम भी कहीं कहीं मिलते हैं। मरूधर पट्टावली' में पूज्य श्री के साथ दीक्षित होने वाले इक्कीस शिष्यों के नाम दिये हैं, इनमें से कई नाम ऐसे हैं- उस समय शायद जन्म भी हुआ होगा या नहीं, इसमें भी संदेह है। पूज्य श्री का परिवार बाईस भागों में विभाजित होकर विचरण करता था। ये बाईस
1. सूर्यमुनिः श्रीमद् धर्मदास जी महाराज और उनकी मालव शिष्य परम्पराएं, पृ83
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