Book Title: Mahopadhyay Yashvijay ke Darshanik Chintan ka Vaishishtya
Author(s): Amrutrasashreeji
Publisher: Raj Rajendra Prakashan Trust
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________________ विभिन्न धर्मग्रंथों में रहस्य का अर्थ रहस्यवाद शब्द का प्रयोग रहस्यवाद की विविध व्याख्याएँ एवं परिभाषाएँ रहस्यवाद के प्रकार रहस्यवाद की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वेदों में रहस्यवाद उपनिषदों में रहस्यवाद भगवत गीता, भगवत पुराण एवं भक्ति सूत्र में रहस्यवाद बौद्ध धर्म में रहस्यवाद संत कवियों में रहस्यवाद संगुण भक्ति कवियों में रहस्यवाद आधुनिक हिन्दी कवियों में रहस्यवाद जैन धर्म में रहस्यवाद यशोविजय की दृष्टि में रहस्यवाद का वैशिष्ट्य 518-566 नवम अध्याय उपाध्याय यशोविजय की दृष्टि में अन्य दर्शनों की अवधारणा सत् के सन्दर्भ में आत्मा के सन्दर्भ में योग के सन्दर्भ में मोक्ष के सन्दर्भ में कर्म के सन्दर्भ में प्रमाण के सन्दर्भ में सर्वज्ञ के सन्दर्भ में न्याय के सन्दर्भ में अन्य सन्दर्भ में उपसंहार 567-586 सन्दर्भ ग्रंथ सूची 587-602 (vi) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org