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आचार्य पदवी के पश्चात्
ପ୍ରଥମ
नगर प्रवेश
आचार्यपद ग्रहण कर किया सकल संघ उत्थान... नगर नगर उपदेश दे पाया लाभ महान...
आचार्य पद के पश्चात् प्रथम नगर प्रवेश
जावरा (म.प्र.) १९८४
आचार्य पदवी के पश्चात् प्रथम नगर प्रवेश रतलाम १९८४
आचार्य पदवी के पश्चात् गुरू परंपरा पाट पर ग्रंथनायक श्री राजेन्द्र भवन राजगढ़ १९८४ ।
जावरा से मोहनखेड़ा तीर्थ के छ'रिपालक संघ की माला १९८४
आचार्य पद के पश्चात् श्री मोहनखेड़ा तीर्थ
में प्रथम प्रवेश १९८४
श्री ॐकारलालजी आदि औरा (संघपति) को शुभाशीर्वाद
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