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पू. आचार्यश्री के प्रिय शिष्य
पू. आ. श्री दीक्षा के पश्चात गुरुवंदन करते हुए
जावरा
जावरा श्री संघ धारा बहुमान दीक्षार्थी पवनकुमार का
जावरा में दीक्षा के बाद साध्वी श्री दर्शनरेखाश्रीजी
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मुनिराज श्री चन्द्रयशविजयजी ( दी. पवनकुमार) की दीक्षा
जावरा (१९९७)
श्री शंखेश्वर जैन मित्र मण्डल
आपका हार्दिक अभिनन्दन
उपस्थित मुनि भगवंत
जावरा
दीक्षार्थी कु बिन्दु के परिवार जन पू. आ. श्री को रजोहरण वोहराते हुए (भिनमाल, राज.)
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दीक्षा के पश्चात् सा. श्री दर्शनरेखाश्रीजी पू. श्री को वन्दना करते हुए
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