Book Title: Hemendra Jyoti
Author(s): Lekhendrashekharvijay, Tejsinh Gaud
Publisher: Adinath Rajendra Jain Shwetambara Pedhi

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Page 657
________________ ग्रंथ के स्तंभ जो हरपल धर्माराधना में रहते हैं लीन जिनकी वाणी से होती है अमृत वर्षा । जो हैं वचनसिद्ध गुरूदेव ऐसे पूज्य राष्ट्रसंत शिरोमणि, गच्छाधिपति आचार्यश्रीमद, विजय हेमेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के श्री चरणों में कोटि कोटि वंदन... * बंदनकर्ता* श्री सम्भव जैन संघ चिकबालापुर (कर्नाटक) श्री महावीरस्वामी जिनालय एवं श्री गुरुमंदिर प्रतिष्ठीत्सव निमित्ते श्री राजेन्द्रसूरी जैन ट्रस्ट पेदमीरम (आ.प्र.) श्री राजेन्द्रसूरि गुरुमंदिर प्रतिष्ठोत्सव निमित्ते श्री सकल जैन संघ, निड़दबोलु (आ.प्र.) श्री जिनालय एवं श्री गुरुमंदिर प्रतिष्ठीत्सव निमित्ते श्री तनुकु जैन संघ तनुकु श्री शांतिनाथ, मुनिसुव्रत एवं श्री राजेन्द्रसूरि गुरुमंदिर प्रतिष्ठोत्सव, निमित्ते ग्रंथ के स्तंभ 200 மரே www.jainelibrary.org

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