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(. २८५ ) .. पद्मिनी का फूलों से प्यार होता है.। हस्विनी को मोती प्यारे लगते हैं । चित्रिणी को अलंकार और शंखिनी को झगड़ा करना ही अच्छा लगता है।
पद्मिनी का हाथ कमल जैसा, हस्तिनी का शंख जैसा, चित्रिणी का मगर जैसा, और शंखिनी का हाथ मत्स्य जैसा होता है। ___हे बाले ! अब स्त्रियों के शुभ और अशुभ लक्षणों से इनके भेद सुनो । साधारणतया शुभ और अशुभ लक्षणों के अनुसार उनके दो भेद होते हैं। एक तो शुभा और दूसरी अशुभा । ____ पूर्ण--चन्द्रमा के समान मुखवाली, बालसूर्य के समान कान्तिवाली, बड़े चेहरे वाली और लाल लाल होठों वाली कन्या 'शुभा' कहलाती है। जिस स्त्री के हाथ में अंकुश, कुडल और चक्र होते हैं. वह पुत्रवती और राजा की रानि होती है। जिसके हाथ में तोरण और प्राकार का चिन्ह होता है वह नीच कुल में पैदा होने पर भी रानी बनती है। जिसके हाथ में मन्दिर, कमल, चक्र, तोरण, छत्र और कुभ होता है वह अवश्य राजा की रानी बनती है जिसकी हथेली में मोर का छाता दिखाई देता है वह स्त्री पुत्रपौने वाली होकर बहुत फलती