Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 01
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy
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(७४)
सप्ताहमुष्णे द्विगुणं तु शीते, स्थितं जलद्रोणयुतं पिबेना । शोफान्विबन्धकफवातजांश्च, सहन्त्यरिष्टोऽष्टशतोग्निकुच ॥
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भैषज्य रत्नाकर
[२०१] अजगन्धादि लेपः (बृ. नि. र. )
भारत-भ
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खम्भारी के फल, आमला, काली मिर्च, हैड़, बहेडा, मुनक्का और पीपल, प्रत्येक ६ | सेर | पुराना गुड़ और शहद प्रत्येक १२ || सेर | सबको ३२ सेर पानीमें मिलाकर शहद से लेप किये हुवे मटके में भरकर यथाविधि सन्धान कर - गरमियों में १ सप्ताह तक और जाड़ोंमें २ सप्ताह तक रक्खा रहने दे । यह अरिष्ट कफ वातज सूजन और विबन्ध का नाश तथा अग्नि प्रदीप्त करता है ।
अथ अकारादि लेप प्रकरणम्
[२००] अहिफेनासवः (भै. र.) तुला मधूकमद्यस्य शुभे भाण्डे परिक्षिपेत् । फणिफेनस्य कुडवं मुस्तकं पलसम्मितम् ॥ जातीफलञ्चन्द्रयवं तथैलां तत्र दापयेत् ॥ रुद्धा भाण्डं मासमात्रं यत्नतः परिरक्षयेत् ॥ हन्त्यतीसारमत्युग्रं विसूचीमपि दारुणाम् ॥
महुवे की शराव १२ ॥ सेर, अथवा ( रेक्टीफाइड स्प्रिट), अफीम २० तोले, नागरमोथा, जायफल, इन्द्रयव और इलायची प्रत्येक ५-५ तोले । सबको यथाविधि मिट्टी के बरतन में सन्धान करके एक मास तक सुरक्षित रक्खे | इसके सेव - नसे अत्यन्त प्रबल अतिसार और दारुण विसूचिका (हैजे ) का नाश होता है । (मात्रा:- १० बूंद )
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[२०३] अयोरजादिलेप: (१) (बृ. नि. र., यो. चि . ) अयोरजो भृंगराजस्त्रिफला कृष्णमृत्तिकाः । स्थित मिक्षुरसे मासं लेपनात् पलितं जयेत् ॥
लोहका बुरादा, काला भांगरा, त्रिफला और काली मिट्टी को ईखके रसमें १ मास तक भीगा रहने दें | इसका लेप करने से पलित (बालोंका सफेद होना) रोगका नाश होता है [२०४] अयोरजादि लेपः (२)
( वृ. नि. र. )
अजगन्धाश्वगन्धा च काला सरलया सह ।
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कम्पिलका च भृंगी च प्रलेपः श्लेष्मशोथहा बनतुलसी, असगन्ध, कालानिसोत, सरल काष्ठ, कमीला और काकड़ासींगी । इनका लेप कफजनित सूजन का नाश करता है । [२०२] अजाज्यादि लेपः
(वृ. नि. र.) अजाजी हबुषा कुष्ठं गोमयं बदरान्वितम् । काञ्जिकेन तु सम्पिष्टं कुर्याद ब्रघ्नप्रलेपनम् ॥ जीरा, हाऊबेर, कूठ, गायका गोबर और बेर को काञ्जी में पीसकर लेप करने से वदका नाश होता है ।
अयोरजः सकासीसं त्रिफला कुसुमानि च । प्रलेपः कुरुते दायः सद्यएव नवत्वचि ॥
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लोहेका बुरादा, कसीस, त्रिफला, लौंग और दारु हल्दी का लेप करने से नवीन त्वचाका रंग
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