Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 01
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy
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६४८
भारत-भैषज्य-रत्नाकर
[आमवात
(९) आमवाताधिकारः चूर्ण-प्रकरणम्
तैल-प्रकरणम् ८८२७ असीतक चू० आमवात, अनेक वातरोग
राग ९१५८ एरण्डतैल योगः आमवात गुटिका-प्रकरणम् ९०३३ आमवातारि वटी आम
रस-प्रकरणम् अवलेह-प्रकरणम्
९५८१ ख इशुण्ठ्यवलेहः आमवात नाशक, बल्य, ९५७४ खण्डशुण्ठिः आमवातनाशक, रसायन
वृष्य
घृत-प्रकरणम् ९३२५ काजीषट्पल घृ० आमवात, कटिग्रह, शूल,
मिश्र-प्रकरणम् ९०६१ आरग्वधादि योगः आमवात
अफारा
-> ~
(१०) उदररोगाधिकारः चूर्ण-प्रकरणम् न
रस-प्रकरणम्
रस-प्रकरणम् ९२८७ कुष्ठापं चु० वातोदर
९१२७ उदरारि रसः जलोदर
९१२८ , लोहः समस्त उदर रोग, शोथ, घृत-प्रकरणम्
पाण्डु ९०४१ आर्द्रक घृ० शोथोदर, अग्निमांद्य
९४६३ कंकुष्ठ चूर्णम् आठ प्रकारके उदर रोग तैल-प्रकरणम्
(रेचक ) ९१५७ एरण्डतैल यो० वातोदर, शूल, शोथ
मिश्र-पकरणम् पासवारिष्ट-प्रकरणम् ९३७६ कुमार्यासवः अष्टोदर, पक्तिशल | ९५३४ कदलीकन्द योगः उदररोग, कुक्षिकी तीन ९३७७ , उदररोग, प्लीहा, यकृत् ।
पीड़ा
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