Book Title: Bharat Bhaishajya Ratnakar Part 01
Author(s): Nagindas Chaganlal Shah, Gopinath Gupt, Nivaranchandra Bhattacharya
Publisher: Unza Aayurvedik Pharmacy
View full book text ________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
६५०
कषाय-प्रकरणम्
९०१२ आटरूषकादि क० कास ९०१८ आर्द्रकस्वरसः
९१९३ कण्टकार्यादि का० ९१९५ कण्टकार्यादि यो० ९१९८ कपित्थरस यो०
८८०६ अजमोदादिभस्म चूर्णम् ८८१० अभयादिकल्कः ८८१५ अमृतादि चू०
"
७०७२ इक्ष्वादि ९१४३ एरण्डमूलाद्यं चू० ९१५० एलादि चू० ९२३७ कट्फलादि चू०
९२३८ कणादिचूर्णम्
९२६३ कासान्तक
९२८३ कुष्ठादि ९२९६ कोलास्थि
चूर्ण-प्रकरणम्
39
""
11
भारत - भैषज्य रत्नाकरः
( १४ ) कासश्वासहिक्काधिकारः
८८३६ अमृता गुरु
www.kobatirth.org
प्रतिश्याय, श्वास, कास, अरुचि (स० यो ० ) समस्त कास, (स०यो) कास, स्वास, (स०यो०) हिक्का नाशक (स०यो०)
गुटिका-प्रकरणम्
क्षतज कास
कास
ऊर्ध्व श्वास, तमक श्वास तमक श्वास, पीनस, स्वरभेद, वातकफज कास वातकास
दुष्ट कास (स० यो०)
कफज कास
हिक्का
घृत-प्रकरणम् ८८४६ अभयादि घृ० कास, खास, हिक्का, हृद्रोग ८८५० अशोक घृ० ९३१८ कण्टकारी घृ०
कास
श्वास, स्वरभेद, ५ प्रकाकी प्रबल खांसी
९३१९ कण्टकार्यादि, कास, श्वास, रक्तष्ठीवन, हिक्का, अरुचि, पीनस हिक्का, श्वास (स० यो०) ९३३५ कुलित्थषट्पल कास, श्वास, हिका,
५ प्रकारकी कास
समस्त कास
पीनसादि
कास, श्वास, प्रतिश्याय, पीनस, गलरोग
९५७३ खदिरादि गुटि० कास, दारुण स्वरभंग, क्षय, कण्ठस्थ कफ
अवलेह - प्रकरणम्
९०३४ आरूषादि ० वातकफज कास ९३०८ कटुतैल योगः
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
[ कासश्वासहिका
९१२४ उदयभास्कर
९४७४ कफातक रसः ९५०५ कासकेसरी २०
धूम्र-प्रकरणम्
९१७० एरण्डादि धूम: ३ दिनमें कासको नष्ट
करता है
समस्त श्वास (स० यो०)
९५३६ कदलीफल यो०
For Private And Personal Use Only
रस-प्रकरणम्
५ प्रकार का श्वास
कास, श्वास
कास, प्रसूतरोग
मिश्र-प्रकरणम्
शूल, कफ,
श्वासको शीघ्र नष्ट
करता है। (स० यो०)
९५४८ काकोदुम्बर यो० कास श्वासमें उत्तम, वैद्यको यश दिलानेवाला
Loading... Page Navigation 1 ... 670 671 672 673 674 675 676 677 678 679 680 681 682 683 684 685 686 687 688 689 690 691 692 693 694 695 696 697 698 699 700