________________
विषय
६६८ चन्द्र-सूर्य-ग्रह-नक्षत्र - ताराओं की लेश्याएं
• ६६६ गर्भ में मरने वाले जीव की गति में लेश्या का योग ६६ १० लेश्या में विचरण करता हुआ जीव और जीवात्मा ६६११ ( सलेशी ) रूपी जीव का अरूपत्व में तथा ( अलेशी ) अरूपी जीव का रूपत्व में विकुर्वण
'६६'१२ वैमानिक देवों के विमानों का वर्ण, शरीरों का वर्ण तथा उनकी लेश्या ६६१३ नारकियों के नरकावासों का वर्ण, शरीरों का वर्ण तथा उनकी लेश्या *६* १४ देवता और तेजोलेश्या - लब्धि
'६६१५ तेजस समुद्घात और तेजोलेश्या - लब्धि
६६१६ लेश्या और कषाय
*६६१७ लेश्या और योग
६६१८ लेश्या और कर्म
६६१६ लेश्या और अध्यवसाय
६६२० किस और कितनी लेश्या में कौन से जीव *६६२१ भुलावण ( प्रति संदर्भ ) के पाठ
*६६ २२ सिद्धान्त ग्रन्थों से लेश्या सम्बन्धी पाठ
६६२३ अभिनिष्क्रमण के समय भगवान् महावीर की लेश्या की विशुद्धि ६६२४ वेदनीय कर्म का बंधन तथा लेश्या
*६६ २५ छूटे हुए पाठ
-
अध्ययन, गाथा, सूत्र आदि की संकेत सूची
संकलन - सम्पादन -अनुसंधान में प्रयुक्त ग्रन्थों की सूची
शुद्धि-पत्र
मूल पाठों का शुद्धि पत्र
सन्दर्भों का शुद्धि- - पत्र हिन्दी का शुद्धि पत्र
Jain Education International
[ 39 ]
For Private & Personal Use Only
पृष्ठ
२६३
२६५
२६६
२६७
२६८
२७०
२७१
२७३
२७३
२७४
२७५
२७६
२७७
२७८
२८०
२८१
२८२
२८३
२८३
२८४-८८
२८६-२६६
२८६
२६४ २६५
www.jainelibrary.org