________________
लेश्या - कोश
२३३
गोयमा ! सव्वत्थोवा जीवा सुक्कलेस्सा, पम्हलेस्सा संखेजगुणा, तेऊलेस्सा संखेज्जगुणा, अलेस्सा अनंतगुणा, काऊलेस्सा अनंतगुणा, नीललेस्सा विसेसाहिया, कण्हलेस्सा विसेसाहिया, सलेस्सा विसेसाहिया ।
- पण ० प ३ । द्वार ८ | सू ३६ | पृ० ३२८ - पण्ण० पद १७ । २ । सू १४ | पृ० ४३८ - जीवा प्रति । सर्व जीव । सू २६६ | पृ० २५८ सबसे कम शुक्ललेश्या वाले जीव होते हैं, उनसे पद्मलेश्यावाले जीव संख्यातगुणा हैं, उनसे तेजोलेश्यावाले जीव संख्यातगुणा हैं, उनसे लेश्या रहित ( अलेशी ) जीव अनन्तगुणा हैं, उनसे कापोत लेश्यावाले जीव अनन्तगुणा हैं, उनसे नीललेश्यावाले जीव विशेषाधिक हैं, उनसे कृष्णलेश्या वाले जीव विशेषाधिक हैं, तथा उनसे सलेशी जीव विशेषाधिक हैं। (ख) सव्वथोवा अलेस्सा सलेस्सा अनंतगुणा ।
- जीवा ० प्रति ६ । सर्व जीव । सू २३५ । पृ० २५२ असी जीव सबसे कम तथा सलेशी जीव उनसे अनन्त गुणा हैं ।
८२ नारकी जीवों में :
एएसि णं भंते! नेरइयाणं कण्हलेस्साणं नीललेस्साणं काऊलेसाण य कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा ४ १ गोयमा ! सव्वत्थोवा नेरइया कण्हलेसा, नीललेसा असंखेज्जगुणा, काऊलेसा असंखेज्जगुणा ।
सबसे कम कृष्णलेशी नारकी, उनसे असंख्यात गुणा कापोतलेशी नारकी हैं।
८६३ तिर्यचयोनि के जीवों में :
एएसिणं भंते! तिरिक्खजोणियाणं कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाण य कयरे कयरेर्हितो अप्पा वा ४ ? गोयमा ! सव्वत्थोवा तिरिक्खजोणिया सुक्कलेसा, एवं जहा ओहिया, नवरं अलेसवज्जा ।
- पण्ण० प १७ । २ । सू १५ | पृ० ४३८ असंख्यातगुणा नीललेशी नारकी, उनसें
- पण्ण० प १७ । २ । सू १५ । पृ० ४३८ सबसे कम शुक्ललेशी तिर्यचयोनिक जीव हैं अवशेष (अलेशी को बाद देकर ) औधिक जीव की तरह जानना ।
८४ एकेन्द्रिय जीवों में
एएसि णं भंते! एगिंदियाणं कण्हलेस्साणं नीललेस्साणं काऊलेस्साणं तेऊलेस्साण य कयरे कयरेहितो अप्पा वा जाव विसेसाहिया ? गोयमा ! सव्वत्थोवा एगिंदिया
३०
Jain Education International
:
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org