Book Title: Bauddh Parampara Me Prachalit Mudraoka Rahasyatmak parishilan
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith
View full book text
________________
बारह द्रव्य हाथ मिलन सम्बन्धी मुद्राओं का प्रभावी स्वरूप ...159 का विकास कर शारीरिक रसायनों को संतुलित करती है। बालकों में रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति का विकास तथा भावों को निर्मल एवं परिष्कृत करती है। 5. कुम्मर गस्सही मुद्रा
यह मुद्रा भारत में ‘कमल मुद्रा' के नाम से चर्चित है। मुख्य तौर पर जापानी बौद्ध परम्परा के श्रद्धालु वर्ग इस मुद्रा को स्वीकार करते हैं। यह पूर्ववत बारह द्रव्य हाथ मिलन में से एक है। निम्न चित्र के अनुसार यह खिलती हुई गुलाब के कली की सूचक मुद्रा है।
कुम्मर गस्साठी मुद्रा विधि
दोनों हथेलियों को एक साथ मिलाते हुए अंगुलियों को ऊपर की ओर उठायें तथा हथेलियों को थोड़ा सा मोड़ते हुए बीच में से कली की भाँति आकार देने पर कुम्मर-गस्सही मुद्रा बनती है। सुपरिणाम
• इस मुद्रा के अभ्यास से पृथ्वी एवं जल तत्त्व के बीच संतुलन स्थापित होता है। इनके संयोग से शरीर में ऐसे रासायनिक परिवर्तन होते हैं जिनसे