Book Title: Bauddh Parampara Me Prachalit Mudraoka Rahasyatmak parishilan
Author(s): Saumyagunashreeji
Publisher: Prachya Vidyapith
View full book text
________________
म-म-मडोस सम्बन्धी मुद्राओं का प्रयोग कब और क्यों? ...175 मुद्रा विधान व्यक्तित्व विकास का एक सफल प्रयोग है। विविध मुद्राओं के पीछे विभिन्न प्रयोजन रहे हुए है। कुछ में आध्यात्मिक जागरण को मुख्यता दी गई है तो कुछ में मानसिक तनावमुक्ति को, कुछ आत्मशुद्धिकरण की प्रेरक है तो कुछ शरीर शुद्धिकरण में सहायक। म-म-मडोस के विधान में प्रयुक्त मुद्राओं की संख्या भले ही कम है परन्तु इन मुद्राओं का प्रयोग शरीर की सम्पूर्ण तांत्रिक प्रणाली के नियमन में सहायक बनता है। इस अध्याय के माध्यम से आराधक वर्ग इनका प्रयोग अधिक जागरूकता एवं समर्पण पूर्वक करते हुए इनके सम्पूर्ण सुपरिणामों को प्राप्त करें यही इस प्रस्तुति का लक्ष्य है। सन्दर्भ-सूची 1. द काल्ट ऑफ तारा मेज़िक एण्ड रिचवल इन तिब्बत, स्टीफल बेयर, पृ. 347 2. वही, पृ. 347 3. वही, पृ. 347 4. वही, पृ. 347 5. वही, पृ. 347 6. वही, पृ. 347