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166... बौद्ध परम्परा में प्रचलित मुद्राओं का रहस्यात्मक परिशीलन
अदर-गस्साही मुद्रा इस अध्याय में वर्णित यह ग्यारह मुद्राएँ विविध पूजा अनुष्ठानों के समय धारण की जाती है। इसके द्वारा द्रव्य अर्पण आदि के भाव प्रदर्शित करते हुए मन में श्रद्धा भावों का विशेष प्रस्फुटन होता है। यह श्रद्धा भाव अन्त:स्रावी ग्रन्थियों, चक्रों आदि के सक्रिय होने एवं उनके संतुलन में भी विशिष्ट सहायक बनती है। शारीरिक स्वस्थता एवं भावात्मक उर्ध्वता में उपरोक्त मुद्राएँ विशेष कार्यकारी सिद्ध हुई है। सन्दर्भ-सूची
1. मुद्रा ए स्टडी ऑफ सिम्बोलिक गेश्चर्स इन जेपनिज्, बुद्धिस्ट स्कल्पचर, इ. ... डाले साउण्डर्स, पृ. 42 2. EDS पृ. 40
3. वही, पृ. 40 4. वही, पृ. 41
5. वही, पृ. 40 6. वही, पृ. 40
7. वही, पृ. 40 8. वही, पृ. 41
9. वही, पृ. 40 10. वही, पृ. 40
11. वही, पृ. 41
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