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055555555555sh RETREETTES ELLERE RELEO ॐ (२) आमोसही लब्धि-इस लब्धि के धारक के स्पर्श मात्र से असाध्य रोग भी नष्ट हो जाते हैं।
(३) जंघाचरण लब्धि-आवश्यकतानुसार शीघ्रता से कहीं भी पहुंच जाने की शक्ति। आकाश जगमन।
इस प्रकार की अनेक ऋद्धियाँ व लब्धियाँ हैं जो संयम और तप से प्राप्त होती हैं। इनमें से # कुछ औदयिक भाव से होती है अर्थात् पूर्व कर्मों के उदय के फलस्वरूप; कुछ क्षयोपशम भाव से के 卐 होती हैं अर्थात् तद् आवरणीय कर्मों के क्षयोपशम के फलस्वरूप; तथा कुछ क्षायिक भाव से होती
हैं अर्थात् आवरणीय कर्मों के क्षय के फलस्वरूप। लब्धि आदि का विस्तृत विवरण भगवतीसूत्र ॐ शतक २० में प्राप्त होता है। वृत्तिकार मलयगिरि ने भी टीका में इसकी चर्चा की है।
जिन्हें ऐसी कोई विशिष्ट ऋद्धि प्राप्त नहीं होती वे अनृद्धिप्राप्त कहलाते हैं। के उपरोक्त नौ अपेक्षाएँ चार भागों में बाँटी जा सकती हैं-पर्याप्तक, गर्भज और मनुष्य-द्रव्य E में; कर्मभूमिज क्षेत्र भाग में; संख्यातवर्ष की आयुष्य-काल भाग में तथा सम्यग्दृष्टि, संयत, 卐 अप्रमत्त, लाब्ध प्राप्त-भाव-भाग में। इस प्रकार जहाँ जब द्रव्य, क्षेत्र, काल और भाव की समस्त
अपेक्षाएँ पूर्ण होती हैं तभी मनःपर्यव ज्ञानावरणीय कर्म का क्षयोपशम होता है और मनःपर्यवज्ञान
उत्पन्न होता है, अन्यथा नहीं। 5. Elaboration-Those alert practicers who have acquired Avadhi
jnana, knowledge of the subtle canons, supreme intelligence, and 4 other special powers namely--ambrosia aharak-vaikriya labdhi, 45
vipul tejoleshya, janghacharan, vidyacharan, etc. are the ones Si endowed with special powers'. Some of these powers are as follows
1. Atishayini buddhi (supreme intelligence)This is of three 56 5$ types - (a) Koshtak buddhi - the capacity to retain all the listened 95 scriptural knowledge in memory. (b) Padanusarini buddhi - The 91
capacity to understand the complete chapter or lesson by listening to just one stanza. (c) Beej buddhi - the capacity to understand all the
meanings of all related texts by understanding the meaning of just 4 卐 one stanza.
2. Ambrosia labdhi-The person with this power can cure 5 incurable diseases with a mere touch. फ़ 3. Janghacharan labdhi-The power to transport oneself
quickly to any desired destination; aerial transportation. 45 There are numerous such powers that can be acquired with the * help of discipline and austerities. Some of these are audayik or
caused by fruition of past karmas, others are kshayopashamik or
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ॐ श्री नन्दीसूत्र
( १२० )
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