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This indicates that this must contain details about things to be 55 abandoned in spiritual, health, and moral context.
(७) च्युताच्युत-श्रेणिका परिकर्म
(7) CHYUTACHYUT SHRENIKA PARIKARMA __१०४ : से किं तं चुआचुअसेणिआपरिकम्मे ?
चुआचुअसेणिआपरिकम्मे, एक्कारसविहे पन्नत्ते, तं जहा-(१) पाढोआगासपयाई, (२) केउभूअं, (३) रासिबद्धं, (४) एगगुणं, (५) दुगुणं, (६) तिगुणं, (७) केउभूअं, (८) पडिग्गहो, (९) संसारपडिग्गहो, (१०) नंदावत्तं, (११) चुआचुआवत्तं।
से तं चुआचुअसेणिआपरिकम्मे। छ चउक्क नइआई, सत्त तेरासियाई, से तं परिकम्मे। अर्थ-प्रश्न-च्युताच्युत-श्रेणिका परिकर्म कितने प्रकार का है ?
उत्तर-च्युताच्युत-श्रेणिका परिकर्म ग्यारह प्रकार का है-(१) पृथगाकाशपद, (२) केतुभूत, (३) राशिवद्ध, (४) एकगुण, (५) द्विगुण, (६) त्रिगुण, (७) केतुभूत, (८) प्रतिग्रह, (९) संसार प्रतिग्रह, (१०) नन्दावर्त, तथा (११) च्युताच्युतावर्त। ___ यह च्युताच्युत-श्रेणिका परिकर्म का वर्णन है। ___ आदि के छह परिकर्म चार नयों पर आश्रित हैं और सातवॉ त्रैराशिक पर।
यह परिकर्म का वर्णन है। ___104. Question-What is this Chyutachyut Shrenika
Parikarma? 4 Answer-Chyutachyut Shrenika Parikarma is said to be
of eleven types—1. Prithakagash pad, 2. Ketubhoot,
3. Rashibaddha, 4. Ek Guna, 5. Dviguna, 6. Triguna, 57. Ketubhoot, 8. Pratigrah, 9. Samsar Pratigrah, 4 10. Nandavart, and 11. Chyutachyutavart.
This concludes the description of Chyutachyut Shrenika 卐 Parikarma.
The first six parikarmas are based on four nayas and the 3 seventh on Trairashik naya.
This concludes the description of parikarma. - श्री नन्दीसूत्र
( ४४२ )
Shri Nandisutra 55555555555555550
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