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प्रथम खण्ड
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श्री कोमलचंद जैन
श्री कोमलचंद जैन, पुत्र - श्री खुशालचंद जैन का जन्म 1925 में कटनी ( (म0प्र0) में हुआ। आपने प्राथमिक तक शिक्षा ग्रहण की। भारत छोड़ो आन्दोलन में 5 सितम्बर 1942 से 1 जून 1943 तक आप करावास में रहे। 1972 में आपका स्वर्गवास हो गया।
(आ) ( 1 ) म0प्र0 स्वा) सै0 भाग 1, पृ०-37
श्री कोमलचंद जैन
छतरपुर (म0प्र0)) के श्री कोमलचंद जैन, पुत्र- श्री खूबचंद जैन का जन्म 1916 में हुआ । आपने 'नमक सत्याग्रह' तथा 1942 के 'भारत छोड़ो आन्दोलन' में भाग लिया। 1942 में 21 अगस्त को आप गिरफ्तार हुए एवं 18 जनवरी 1943 तक जबलपुर जेल में रखे गये।
(1) म० प्र०) स्व0 सै0, भाग 2, पृष्ठ 107
आ
सिंघई कोमलचंद जैन
सिंघई कोमलचंद जैन, पुत्र- श्री खूबचंद जैन का जन्म 14-12-1924 को वारासिवनी ( बालाघाट )
म0प्र0) हुआ। 1941 के व्यक्तिगत सत्याग्रह में आपने भाग लिया। आप सत्याग्रहियों के निवास, भोजन एवं भाषण आदि की व्यवस्था करते रहे।
स्वयं भी भाषण देने लगे। आपने वानर सेना में भी काम
किया। शराब की दुकानों पर पिकेटिंग आदि आपके प्रमुख काम थे। 1942 के आन्दोलन में आप 15 अगस्त को रात 12 बजे गिरफ्तार कर लिये गये। पहले डिटेंशन में रखे गये फिर बालाघाट जेल में तीन दिन रहे। बाद में सेन्ट्रल जेल नागपुर भेज दिये गये, जहाँ से 3 अक्टूबर 1943 को मुक्त हुए। आजादी के बाद आप
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समाज सेवा के कार्यों से जुड़े रहे। आप मंडल कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे हैं।
आ() (1) म) प्र() स्व0 सै), भाग-1, पृष्ठ-173, (2)
स्व० प०
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श्री कोमलचंद जैन
श्री कोमलचंद जैन, पुत्र श्री खेमचंद जैन का जन्म 5 जुलाई 1920 को करेली, जिला नरसिंहपुर (म0प्र0)
हुआ। आठवीं
संग्राम
तक शिक्षा ग्रहण कर मं आप स्वतंत्रता सक्रिय हो गये। 1942 में 1 वर्ष का कारावास आपने होशंगाबाद एवं जबलपुर सेन्ट्रल जेल में भोगा। 1973 गया।
छ
में आपका निधन हो
आ) ( 1 ) म) प्र0) स्व() सै(0) भाग-1, पृष्ठ 138, (2) स्वदेशी श्री खेमचंद द्वारा प्रेषित परिचय, (3) पुत्र विपिन जैन द्वारा प्रेषित परिचय |
श्री कोमलचंद जैन 'आजाद'
सिवनी (म() प्र0) नगर कांग्रेस के अध्यक्ष रहे श्री कोमलचंद जैन 'आजाद', पुत्र- श्री हुकुमचंद जैन का जन्म | मई 1922 को ग्राम छपारा, जिला- सिवनी (मप्र)) में हुआ। आपने मिडिल तक शिक्षा ग्रहण की। 1941 के आन्दोलन में आप सक्रिय रहे. 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन में आप कान्हीवाड़ा ग्राम में गिरफ्तार हुए तथा सिवनी एवं जबलपुर की जेलों में 1 वर्ष का कारावास भोगा। जेल में पुलिस की लाठियों से आपके हाथ, पैर व सिर में चोटें आयीं। 17-7-91 को आपका निधन हो गया।
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