Book Title: Swatantrata Sangram Me Jain
Author(s): Kapurchand Jain, Jyoti Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati

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Page 435
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 358 स्वतंत्रता संग्राम में जैन अगस्त 1981 में राज्य शासन ने 'शासकीय चौधरी सगुनचंद जैन, पुत्र-श्री महाविद्यालय' मुरार को आपकी स्मृति में समर्पित चौ0 दमरूलाल जैन वैद्य का कर 'श्यामलाल पाण्डवीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय' जन्म 15 अगस्त 1925 को नाम रख दिया है। मुगावली, जिला-गुना आO-(1) म0 प्र0 स्व0 सै0, भाग-4, पृष्ठ-253 (म0प्र0) में हुआ। आरम्भ (2) जै0 इ), पृष्ठ-83 (3) जै0 स0रा0 अ0 (4) वीर, भोपाल से ही आप निडर और अधिवेशन विशेषाङ्क-1992 (5) प्रसिद्ध पत्रकार श्री रवीन्द्र मालव द्वारा प्रेषित परिचय (6) जै0 जै0 यु), पृष्ठ 227-228 स्वाभिमानी रहे। एक बार जब आप 7-8 वर्ष के थे तब अपने बड़े भाई डॉ0 श्री श्रीचंद जैन ताराचंद जी के साथ ठठेरे (मक्का के सूखे पौधे के श्री श्रीचंद जैन, पुत्र-श्री गेंदालाल जैन का सूखे डन्ठल ) की बन्दूक बनाकर जंगल में शेर जन्म 1924 में जबलपुर (म0प्र0) में हुआ। 1942 मारने गये थे, खैर शेर तो नहीं मिला, दिन भर भखे के भारत छोड़ो आन्दोलन में आप गिरफ्तार हुये और रहे, घर आकर पिटाई हुई सो अलग। यह घटना लगभग 8 माह का कारावास भोगा। बाल्यकाल से ही आपकी जोखिम भरे साहसिक आ-(1) म0 प्र0 स्व0 सै0, भाग-1, पृष्ठ-127 कार्य करने की प्रवत्ति को अभिव्यक्त करती है। (2) स्व0 स) ज0, पृष्ठ-176 अपने राजनैतिक जीवन के सन्दर्भ में आपने जो श्री संपतलाल लूंकड लिखा है. वह तत्कालीन राजनैतिक परिदृश्य को भी फलौदी (राज0) के एक ओसवाल जैन परिवार व्यक्त करता है। में वि0सं0 1957 (1900 ई0) की आश्विन कृष्ण आपने लिखा है- "कटनी में जब मैं पढ़ता था 7 को जन्मे श्री संपतलाल लुंकड़ बचपन से ही तब 1937 में देश की राजनीति में काफी परिवर्तन अन्याय का विरोध करने लगे थे। 1939 में फलौदी हुआ। आम चुनाव हुये और कांग्रेस ने आठ प्रान्तों में में लोकपरिषद् की स्थापना होने पर वे उसमें शामिल मंत्रिमंडल बनाया। इस समय पं0 रविशंकर शुक्ला, हो गये और अनेक वर्षों तक उसके अध्यक्ष रहे। जो मध्यप्रांत के मुख्यमंत्री थे, कटनी आये। इसी उस समय अकाल में भी उन्होंने काफी काम किया, समय नवयुवक सम्राट् श्री सुभाष चंद बोस भी जागीरदारों से निरन्तर संघर्ष किया तथा मारवाड़ आये, जिन्होंने उग्र राष्ट्रभक्ति का मंत्र फूका। लेकिन लोकपरिषद् के जिम्मेवार हुकूमत आन्दोलन में 26 वर्ष 1939 का सितम्बर माह अधिक रहस्यपूर्ण था अगस्त 1942 को गिरफ्तार कर लिये गये और 16 जब विश्व की महान् शक्तियों में द्वितीय महायुद्ध माह जोधपुर सेन्ट्रल जेल, बिजोलाई पैलेस आदि प्रारम्भ हुआ। इस समय कांग्रेस ने सरकार के विरोध स्थानों पर नजरबन्द रखे गये। शराबबन्दी आन्दोलन ___- स्वरूप त्यागपत्र दे दिया था, क्योंकि बिना कांग्रेसी में भी आपने सक्रिय भूमिका निभाई। मन्त्रिमंडल से पूछे अंग्रेजों ने भारत को दूसरे महायुद्ध आ) (1) रा. स्व0 से0, पृष्ठ-728 में झोंक दिया था। चौधरी सगुनचंद जैन दूसरे महायुद्ध के चलते सन् 1942 तक देश साहू जैन कॉलेज, नजीबाबाद (बिजनौर) उ0प्र0 राजनीतिक दृष्टि से काफी जागृत हो चुका था। ब्रिटिश के राजनीतिशास्त्र विभागाध्यक्ष पद से सेवानिवत्त द्वारा सरकार चारो तरफ हार रहा था आर जापान दक्षिण For Private And Personal Use Only

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