Book Title: Swatantrata Sangram Me Jain
Author(s): Kapurchand Jain, Jyoti Jain
Publisher: Prachya Shraman Bharati

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Page 450
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रथम खण्ड 373 मिल में काम करने लगे। इन्दौर आकर आप 18 वर्ष सम्मानित किया है। की उम्र में ही कांग्रेस से जुड़ गये और संगठन में आ0-(1) म0 प्र0 स्व0 से0, भाग-4, पृष्ठ-148 अपना प्रमुख स्थान बना लिया। श्री मनोहर लाल मेहता, श्री सौभाग्यमल जैन लक्ष्मण सिंह चौहान, बाबूलाल पाटोदी, कन्हैया लाल स्नातक तक शिक्षा प्राप्त ग्राम-दवोह (लहार), खादीवाला आदि के साथ रहकर काम करने का सौभाग्य जिला-भिण्ड (म0प्र0) के श्री सौभाग्यमल जैन, सेजमल जी को मिला। पुत्र-श्री अनूपचन्द जैन का जन्म 17 दिसम्बर 1917 इन्दौर में आपको पूज्य बापू के दर्शन का को हुआ। 1946 में जागीर उन्मूलन आन्दोलन में सौभाग्य मिला। बापू के समक्ष आपने प्रतिज्ञा की कि आपने भाग लिया, फलतः गिरफ्तार होकर 15 दिन 'मैं असत्य नहीं बोलूंगा और धूम्रपान नहीं करूंगा साथ का कारावास भोगा। ही जब तक देश आजाद नहीं होगा तब तक विवाह आ0-(1) म0 प्र0 स्व0 सै0, भाग-4, पृष्ठ-283 नहीं करूंगा।' जीवनपर्यन्त आपने ये प्रतिज्ञायें निभाई। श्री सौभाग्यमल जैन 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन में श्री जैन 20 शाजापुर (म0प्र0) के श्री सौभाग्यमल जैन, अगस्त 1942 से || अक्टूबर 1942 तक हिरासत पुत्र-श्री चुन्नीलाल जैन का जन्म 6 जनवरी 1904 में रहे। अपराध सिद्ध होने पर 29 नवम्बर 1943 तक को हुआ। ग्राम- थांदला (झाबुआ) म0प्र0 में 20 वर्ष आपको सेन्ट्रल जेल इन्दौर में रखा गया। जेल में कंकड की आयु से ही गांधी जी द्वारा संचालित रचनात्मक मिली रोटियाँ खाने से इन्हें पेट की बीमारी हो गई, कार्यक्रमों में आपने सक्रिय भाग लेना प्रारम्भ कर फलतः सजा पूरी होने से पहले ही आपको मुक्त कर दिया था। झाबुआ राज्य में उत्तरदायी शासन हेतु दिया गया। आपके भाई श्री जोधराम वैसी ही स्थिति आंदोलन को आपने बल दिया, 1936 में सभा बंदी में आपको निम्बोद लाये जहाँ 1944 के प्रारम्भ में कानून तोड़ा तथा गिरफ्तार हुए और झाबुआ जेल में आपका देहावसान हो गया। 45 दिन बन्द रहे। आ0-(1) म0 प्र0 स्व0 सै0, भाग-4, पृष्ठ-227 आ)-(1) स्व) स) म0, पृष्ठ-45-46 श्री सौभाग्यमल जैन श्री सोहनलाल जैन मध्यभारत राज्य में वित्तमंत्री, राजस्वमंत्री तथा नादगांव, जिला-रायपुर (म0प्र0) के श्री स्वायत्त-शासनमंत्री रहे श्री सौभाग्यमल जैन, पुत्र-श्री सोहनलाल जैन, पुत्र- श्री धवेरचन्द जैन का जन्म 10 बापूलाल जैन का जन्म 24 फरवरी 1910 को मई 1926 को हुआ। माध्यमिक तक शिक्षा प्राप्त श्री शुजालपुर, जिला-शाजापुर (म0प्र0) में हुआ। एक जैन ने 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन में भाग प्रतिभावान छात्र, योग्य वकील तथा स्वाधीनता आन्दोलन लिया तथा 6 माह का कारावास भोगा। में तेजस्वी नेतृत्व के धनी श्री जैन प्रसिद्ध गांधीवादी आ0-(1) मा0 प्र0 स्व0 सै0, भाग-3, पृष्ठ-93. तथा म0 प्र0 के पूर्व मुख्यमंत्री श्री पं0 लीलाधर श्री सोहनलाल जैन जोशी के बालसखा थे। मेघनगर, जिला-झाबुआ (म0प्र0) के श्री जैनधर्म एवं दर्शन के प्रतिष्ठित विद्वान् तथा सोहनलाल जैन, पुत्र- श्री वीरचन्द जैन ने 1942 के निरन्तर स्वाध्यायी सौभाग्यमल जी बचपन से ही आन्दोलन में भाग लिया। म0प्र0 शासन ने आपको राष्ट्रीय आन्दोलन में भाग लेने लगे थे। वे पं0 For Private And Personal Use Only

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