Book Title: Samkit Pravesh - Jain Siddhanto ki Sugam Vivechana
Author(s): Mangalvardhini Punit Jain
Publisher: Mangalvardhini Foundation
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________________ समकित-प्रवेश, भाग-2 प्रवेश : अच्छा मतलब द्रव्यों का समूह विश्व है और गुणों का समूह द्रव्य। तो फिर गुण किसका समूह है ? समकित : एक के बाद एक होने वाली पर्यायों का समूह गुण है। प्रवेश : भाईश्री ! यह पर्याय क्या होती हैं ? समकित : पर्याय कहते हैं दशा/अवस्था/हालत/states को। प्रवेश : जैसे? समकित : जैसे हमने माना था कि आम एक द्रव्य है, रंग उसका गुण है और हरापन, पीलापन, कालापन उसकी पर्यायें'। जो कि एक के बाद एक बदलती रहती हैं। प्रवेश : मतलब पहले आम (द्रव्य) के रंग (गण) की हरी पर्याय होती है, उसके बाद पकने पर पीली और उसके बाद सड़ जाने पर काली पर्याय होती है, यही न? समकित : हाँ, बिल्कुल सही समझे। द्रव्य और गुण वैसे के वैसें रहते हैं लेकिन उनकी पर्याय बदलती रहती हैं। प्रवेश : भाईश्री ! यह द्रव्य कितने प्रकार के होते हैं ? समकित : द्रव्य छह प्रकार के होते हैं: 1. जीव 2. पुद्गल 3. धर्म 4. अधर्म 5. आकाश 6. काल इनमें पहला जीव द्रव्य है। बाकी के पाँच (पुद्गल, धर्म, अधर्म, आकाश, काल) अजीव द्रव्य हैं। प्रवेश : भाईश्री ! यह जीव-अजीव क्या होता है ? समकित : यह हम अगली कक्षा में समझेंगे। तुम भी घर पर पूछ कर आना। 1.states 2.serially 3.as it is 4.types 5.living 6.non-living