Book Title: Samkit Pravesh - Jain Siddhanto ki Sugam Vivechana
Author(s): Mangalvardhini Punit Jain
Publisher: Mangalvardhini Foundation
View full book text
________________ समकित-प्रवेश, भाग-4 2.पुद्गल द्रव्य 3.धर्म द्रव्य 4.अधर्म द्रव्य 5.आकाश द्रव्य 6.काल द्रव्य द्रव्य गुण पर्याय जीव जीव पुद्गल धर्म ज्ञान, दर्शन, श्रद्धा, चारित्र स्पर्श, रस, गंध, वर्ण गति-निमित्तता स्थिति-निमित्तता अवगाहन-निमित्तता परिणमन-निमित्तता अजीव अधर्म आकाश काल / | लोक अलोक प्रवेश : इसका मतलब यह हुआ कि द्रव्य कुल मिलाकर छः प्रकार के होते हैं ? समकित : हाँ, जाति अपेक्षा द्रव्य छह प्रकार के होते हैं लेकिन संख्या अपेक्षा अनंत। प्रवेश : भाईश्री ! द्रव्य के बारे में तो आपने विस्तार से समझा दिया अब गुणों के बारे में भी विस्तार से बताईये ? समकित : आज नहीं, आज का समय पूरा हो गया है। 1.matter 2.ether 3.non-ether 4.space 5.time 6.count 7.detail