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श्री परमात्मने नम.
द्रव्यदृष्टि-प्रकाश [प्रथम खण्ड]
आध्यात्मिक पत्र
परम अद्भुत, जीवन उध्धारक, जन्म-मरणरूपी रोगसे रहित करनेवाले, योगिराज श्री कहानगुरुदेवकी तीक्ष्ण
द्रव्यष्टिके अजोड प्रकाशक श्री निहालचन्द सोगानीजीके
द्वारा साधर्मियोके प्रति लिखे गये पत्र
सानासाने
से रमन । नपोलीस २५yatm hrirnirants
Mensure
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