Book Title: Dravya Gun Paryayno Ras Dravyanuyog Paramarsh Part 05
Author(s): Yashovijay
Publisher: Shreyaskar Andheri Gujarati Jain Sangh

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Page 19
________________ 15 १६८१ १६८२ १६७१ • विषयमहर्शि. વિષય વિષય પૃષ્ઠ અગુરુલઘુગુણમાં જસ્થાન વૃદ્ધિ-હાનિ .......... १६६६ | अमूर्त्तत्वशक्तिपरामर्शः ............१६७७ स्वभावत: स्व३५प्रतिभा .......................१६६६ | स्वतंत्र अयेतनत्वाहिनी सिद्धि...... ..... १६७७ अगुरुलघुगुणोत्पादादिविमर्शः. ......................१६६७ | नगमितपहाभीमांसा....... १६७७ स्वभावत: अरुलधु गुमा उत्पाह-व्यय........ १६६७ | नार्थद्वयप्रतिपादनम् ...... ..............................१६७८ दाशयन्द्रमत समीक्षा ..... ....१६६७ | प्रस०५-पासप्रतिषेधप्रतिपान ............... १६७८ मृतिभयं त्याज्यम् ....... .......१६६८ न्यायवार्तिक-तत्त्वचिन्तामणिप्रभृतिसंवादः ........... १६७९ मगुरुलधुत्व : श्रीवियन्द्रनीष्टिये ........... ...........१६६८ 'मजा' पार्थ विया२९॥ . ........ १६७९ स्वतंत्र विशेष पहार्थनु नि२।४२५। ............... १६६८ | नगमतपार्थ अत्यन्तामावभिन्न ५५ संभवे .. १६७९ स्१३५विया२९नि यता मापे .............१६६८ अनुष्णाऽशीताऽपाकजस्पर्शविमर्शः ......१६८० प्रदेशत्वव्याख्यानम् ............ ..........१६६९ વાયવીય વિજાતીયસ્પર્શની સિદ્ધિ : प्रदेशत्व गुरनु नि३५५॥..................... १६६९ यायाधमतानुसार .............. १६८० चैतन्यम् = अनुभवनम् ........१६७० भावान्तररूपोऽभावः ....................................१६८१ ચેતનતા ગુણનું તરતમભાવે પ્રકાશન . ........१६७० अभाव भावान्तरस्व३५ : नविशेष ............ અવ્યક્ત-વ્યક્ત ચેતનાનો વિમર્શ चित्तधातुसप्तकोपदर्शनम् . अचैतन्यं भावात्मकम् २घुनाथशिरोमणिमत .. १६८२ અચેતનતાને ઓળખો. अभूतपहा : बौद्धशनना अभिप्रायथा ......... १६८२ अयेतनता = ४ता ....................... प्रतिद्रव्यम् अष्टौ सामान्यगुणाः .................... १६८३ अनुभव भु४५ पास्व३५ भान्य ........... प्रत्येॐ द्रव्यमा 206 सामान्य गु ............... १६८३ मूर्त्तत्वाऽमूर्त्तत्वविचारः .................................. सामान्य निर्देश : विसेनमत भु४५...........१६८३ भूर्ततानु प्रतिपाहन .................. ......१६७२ अभूतताना पिछ! ................ निरुपाधिकानावृतचैतन्यं प्रकटनीयम् .............. १६८४ १६७२ ३५ाशून्यता अभूततानु लिंगछ, सक्षL ना8 ... १६७२ निष्टियताने पेरीमे .... अचेतनत्वाऽमूर्त्तत्वयोः स्वतन्त्रगुणरूपता ............ १६७३ आत्मविशेषगुणनिरूपणम् ..............................१६८५ विशेषोनुं प्रतिपाइन ........ अर्थतन्य-अभूतत्व समापात्म नथी............. १६७३ ....१६८५ चैतन्याऽचैतन्ययोः स्वतन्त्रगुणरूपता .............१६७४ गुणानां पर्यायेऽन्तर्भावः प्रकारान्तरेण ...............१६८६ અચૈતન્યસાધક વ્યતિરેકી અનુમાન. ....... १६७४ पुरावाहिना विशेषगुमने मे .............. १६८६ अयैतन्य प्रत्यक्षमा उनी मापत्ति .... धर्मादिद्रव्याणां विशेषगुणोपदर्शनम् .................. १६८७ .........१६७४ समनयत्य का विय॥२९॥ .. .......... १६७४ सोग विशेषगुनो निर्देश ...................... १६८७ ग्रहणादिकारणता मूर्त्तत्वे .. ..............१६७५ पुल-पना विशेष गुरनु प्रतिपाइन ......... १६८७ ४॥२४तासवछे तरी अभूतत्वानि सिद्धि .... १६७५ अवान्तरविशेषगुणप्रतिपादनम् ..................... १६८८ अमूर्त्तत्वसिद्धिविमर्शः ............१६७६ | शेष या२ द्रव्यमा विशेष गु९............... १६८८ अभर्ततासापायीन संहल...................१६७६ | ४४ विशेष गुनी ७५॥१८ .................... १६८८ अनुगतव्यवहानियस्य गु ................ १६७६ | परमप्रयोजनम् आत्मविशेषगुणप्रकटनम् ........... १६८९ समयसारवृत्तिनी समीक्षा......... ........... १६७६ । विशेष गुरानो ७५हेश .... .. १६८९ १६७१ १६७२ १६८४

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