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विषय
तीन प्रकार की धर्म जागरणा
एकत्व अन्यत्व भावना अनित्य
[- भावना
अशरण भावना
मैत्री भावना
संवर भावना
संयम में पराक्रम- ६
प्रज्ञावानों का पराक्रम
पण्डित का पराक्रम
समत्वदर्शी का पराक्रम
मुक्तात्मा का स्वरूप
वीर पुरुष का पराक्रम भिक्षु का पराक्रम
आत्मगुप्त भिक्षु का पराक्रम
मेधावी मुनि का पराक्रम
महर्षि का पराक्रम
परिग्रह के परित्याग में अप्रमत का पराक्रम
कर्म भेदन में पराक्रम
सूखाक पृष्ठाक
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COY
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कषायों को कुश करने का पराक्रम
बंधन से मुक्त होने का पराक्रम लोकज्ञ ही आत्मज
(८८)
आत्मवादी का सम्यक् पराक्रम ज्ञानादि से युक्त भुनि का पराक्रम समाधि के इच्छुक श्रमण का पराक्रम संयम में पराक्रम करने वाले की मुक्ति धर्म मे पराक्रम के लिए एलक का दृष्टांत
धर्म में पराक्रम के लिए काकिणी और आम्र का दृष्टात
धर्म में पराक्रम के लिए वणिक का दृष्टात धर्म में पराक्रम के लिए दिव्य मानुषिक भागको तुलगा
धर्म में पराक्रम के लिए उपदेश
धर्म में पराक्रम का समय
वीतराग भाव-७
वीतराग भाव की प्ररूपणा
कर्म निर्जरा का फल भीतरागता का फल
उपसंहार
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