Book Title: Charananuyoga Part 2
Author(s): Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Anuyog Prakashan

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Page 514
________________ चरणानुयोग : परिशिष्ट-१ : सकसन में प्रयुक्त आगमों के संदर्भ स्थर, ४२१ ४४० सूयगडाग-सूत्र ४५-४८ ४०-४५ vo-yt ४८३टि ४७६ ७७ ४७७ निसीय सूत्र २-८ निशीथ-सूत्र २१-२६ २७-२८ ४५४ ४३९ ४१६ ४४४३७ ४३५ ४४८ ४४८ परि. (७४९) ४७४ ४७३ ४३४ ४३९ १७९ - - २. ८.१४ ७४-७७ ४६५ V.१०.१६ ४८१ ४८१ ४८० ४८१ ४८१ ४८१ ४८२ १०-१२ २०-२४ परि. (७४५) १२ ३५ ३६.३९ ४०.४२ ४४ ४७४ ६७७-६७८ ६८५ ६८५ ४६६ परि. (७४) अष्टप्रवचन माता दि. ४२९ २ . ३६.४७ समवायांग ठाणाग-सूत्र १०-१३ सम. ४१४ परि. (७४८) ४६२ ४६१ ४८५टि ४३७ टि. ४३१ ४८८ ८.९ १६-२८ २९ ४८५ २५ ४१२ प्रश्नव्याकरण समवायांग-सूत्र ४५९ له 5 ११५-११८ २३९.१५० له ४३२ ४१२ و ५८ ४८५ दि ४८५ st له له له له له و 3 20Gkse रात्रि-भोजन उत्तराध्ययन-सूत्र و ४६७ ४३टि. و प्रश्नव्याकरण दशवकालिक-सूत्र ७६ टि ४८५ AGAM ४८५ ४८५ टि. पृष्ठ वशवकालिक आवश्यक-सूत्र ४० ४२२ ४६ ४८५ टि ५८-५९ V (१) ईर्या समिति उत्तराध्ययन उत्तराध्ययन-सूत्र आचारांग-सूत्र पृष्ठ ४८६ که هم ५४ १६३ ७५टि به له ४९ ४५३ ३२९ له वृहत्कल्प-सूत्र له ३५५ ४३४ २८ २९-३० ४९५ ४९५ ५०१ ४८९ ४९९ ४९९ به په له ته له ४२९टि टि.४८३

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