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प्रिय बाबूलाल जी,
नमस्कार ।
19, अकबर रोड़ नई दिल्ली-110011
19, AKBAR ROAD
NEW DELHI-110011
दिनाङ्क 22 मार्च, 1976
श्रापका 5-3-76 का पत्र मिला । यह जानकर प्रसन्नता हुई। कि भगवान् महावीर की जयन्ती के अवसर पर श्राप एक स्मारिका प्रकाशित करने जा रहे हैं ।
भगवान महावीर ने अहिंसा, समता, संचय न करने प्रौर - परोपकार की भावना से काम करने के जो संदेश दो हजार वर्ष पहले दिये थे उनका शाश्वत महत्व है और वर्तमान संदर्भ में उनका पालन करके हम राष्ट्र को अधिक परिपुष्ट बनाने में योग दे सकते हैं ।
स्मारिका की सफलता के लिये मेरी हार्दिक शुभकामनायें ।
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आपका
राज बहादुर
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