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लोक
सूचीपत्र
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लोक सामान्य निर्देश लोकाकाश व लोकाकाशमें द्रव्योंका अवगाह ।
-दे० आकाश/३ । लोकका लक्षण। लोकका आकार। लोकका विस्तार वातवलयोंका परिचय । १ बातबन्नय सामान्य परिचय। २ तीन बातबलयोका अवम्थान क्रम । ३ पृथिवियोके साथ बातचलयोका स्पर्श । ४ वातबलयोका विस्तार । लोकके आठ रुचक प्रदेश। लोक विभाग निर्देश। त्रस व स्थावर लोक निर्देश। अधोलोक सामान्य परिचय। भावन लोक निर्देश। व्यन्तर लोक निर्देश। मध्य लोक निर्देश। १. द्वीप सागर निर्देश।
२ तिर्यक्लोक मनुष्यलोकादि विभाग। | ज्योतिष लोक सामान्य निर्देश ।
ज्योतिष विमानोंकी संचारविधि। -दे० ज्योतिष/२। ऊर्ध्वलोक सामान्य परिचय। जम्बूद्वीप निर्देश जम्बूद्वीप सामान्य निदेश। जम्बूद्वीपमें क्षेत्र पर्वत, नदी, आदिका प्रमाण। १.क्षेत्र नगर आदिका प्रमाण । २. पर्वतोका प्रमाण । ३ नदियोका प्रमाण । ४. द्रह-कुण्ड आदि। क्षेत्र निर्देश। कुलाचल पर्वत निदेश। विजयाध पर्वत निर्देश। सुमेरु पर्वत निर्देश । १ सामान्य निर्देश। २. मेरुका आकार। ३ मेरुकी परिधियाँ। ४. वनखण्ड निर्देश । पाण्डुक शिला निर्देश अन्य पर्वतोंका निर्देश। द्रह निदेश। कुण्ड निर्देश। नदी निर्देश। देवकुरु व उत्तरकुरु निर्देश। जम्बू ब शाल्मली वृक्षस्थल । विदेहके क्षेत्र निदेश। लोक स्थित कल्पवृक्ष व कमलादि। -दे० वृक्ष । लोक स्थित चैत्यालय। -दे०चैत्य चैत्यालय/३॥ अन्य द्वीप सागर निर्देश लवणसागर निदेश। | धातकीखण्ड निदश।
३ | कालोदसमुद्र निदेश। ४ पुष्कर द्वीप निदेश। । नन्दीश्वरद्वीप निदेश। कुण्डलवरद्वीप निर्देश। रुचकारद्वीप निदेश। स्वयम्भूरमण समुद्र निदेश। द्वीप-पर्वतों आदिके नाम रस आदि द्वीप समुद्रोंके नाम। द्वीप समुद्रोंके अधिपति देव ।-दे. व्यन्तर/४/ 1 जम्बूद्वीपके क्षेत्रों के नाम १ जम्बूद्वीप के महाक्षेत्रों के माम। २. विदेहके ३२ क्षेत्र व उनके प्रधान नगर । द्वीप, समुद्रों आदिके नामोंकी अन्वर्थता।
-दे०वह वह नाम । जम्बू द्वीपके पर्वतोंके नाम १. कुलाचल आदिके नाम। २ नाभिगिरि तथा उनके रक्षक देव। ३ विदेह वक्षारोके नाम । ४ गजदन्तोके नाम। ५. यमक पर्वतोके नाम। ६. दिग्गजेन्द्रोके नाम। जम्बूद्वीपके पर्वतीय कूट व तन्निवासी देव। १. भरत विजयाई । २ ऐरावत विजयार्ध । ३. विदेहके ३२ विजया । ४ हिमवान् । १. महाहिमवान् । ६. निषध पर्वत। ७. नील पर्वत। ८ रुक्मि पर्वत । ६ शिखरी पर्वत। १०. विदेह के १६ वक्षार। ११. सौमनस गजदन्त। १२. विद्य त्प्रभ गजदन्त । १३ गन्धमादन गजदन्त ।
१४ माल्यवान् गजदन्त। ५ सुमेरु पर्वतके वनोंमें कूदोंके नाम व देव ।
जम्बूदीपके द्रहों व वापियोंके नाम । १ हिमवान् आदि कुलाचलों पर । २ सुमेरु पर्वतके बनोमें।
३. देव व उत्तर कुरु में। ७ | महा द्रहके कूटोंके नाम ।
जम्बूद्वीपकी नदियोके नाम । १. भरनादि महाक्षेत्रोंमें २. विदेहके ३२ क्षेत्रोंमें ३. विदेह क्षेत्रकी १० विभगा नदियोंके नाम। लवण सागर के पर्बत पाताल व तन्निवासी देव । मानुषोत्तर पर्वतके कूटों व देवोंके नाम । नन्दीश्वर द्वीपको वापियों व उनके देव । कुण्डलवर पर्वतके कूटों व देवोंके नाम ।
जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश
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