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अष्टांगहृदयकी
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विषय
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पृष्टाक; बिषय
पृष्टांक, मण्डलीसपों की भौषध ९३६ मध्यमविष विच्दुओं के लक्षण ९४१ हिमवान औषध
महाविषविच्छुओं के लक्षण मंडलीदष्ट पर पान
महाविषदष्ट के लक्षण गौनसविष की औषध
उष्टधूमक विच्छू राजीमान् सोंकी दवा
कीडों को दोष परता कांडचित्रा का दंश
दोषानुसार चिकित्सा व्यंतरदष्ट की चिकित्सा
बातिकविषं के लक्षण भुजंगदष्ट पर पानादि
पित्तोल्बणविष के लक्षण तक्षकट पर पान
कफाधिक्यविष के लक्षण दर्वीकरके प्रथमवेग की चिकित्सा ,
बातिक.विष का उपाय द्वितीयवेग की चिकित्सा
पैत्तिाविप में उपाय तृतीयवेग की चिकित्सा
श्लौमिकविश में उपाय मंडलीसर्पके वेगों का उपाय
त्रिविधकीटों की चिकित्सा राजिमान् के वेगोंमें कर्तव्य
विषमधूपन अनुक्तवेगों में कर्तव्य
विषनाशक विधि गर्भिण्यादि की चिकित्सा
कीरवृश्चिक का उपाय सर्पविषनाशक पान
कीटविष में पान भातों का अंजन प्रलेपादि
कीट विषनाशक लेप विषापगम में कर्तव्य
अन्य लेप शंकाविष में कर्तव्य
विष नाशक औषध पान कतनादि धारण
वृश्चिक दंशा पर चक्र तेल छादि धारण
घृत परियेक
देश पर उपनाह सप्तत्रिंशोऽध्यायः ।
चूर्ण द्वारा प्रतिसारण चार प्रकार के कीट
देश पर लेपादि बातजकीट के लक्षण
वृश्चिक विषनाशक औषध पैत्तिककीटदष्ट के लक्षण
अन्य गोली कफजकीट के दशके लक्षण
दंश लेपन सान्निपातिककोर्ट का लक्षण
दारुण पीडा पर लेप कीटदष्टके वेगों का वर्णन
उन विष पर घृत पान सर्वदेशों में कर्णिकादि
बील के विष पर लेप वृश्चिकदंश के लक्षण
उच्चटिंग की चिकित्सा तीनप्रकार के विच्छ
अन्य उपाय मंदविष विच्छूमो के लक्षण
। अन्य प्रयोग
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