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शेठ अमथालालजीका संक्षिप्त परिचय.
me 09-~इस ग्रंथ के प्रकाशक शेठ अमधालालजी का जीवन वृत्तांत समाज के धर्मात्मावोंको अनुकरणीय व बोधप्रद होनेसे उसे यहां पर मंक्षेप से वर्णन किया जाता है ।
जन्म व परिवारपरिचय. शेठजीका जन्म पेथापुर [ गुजरात ] में श्री शेठ साकलचंद जीकी पत्नी श्रीमती जीवकोर बाई के गर्भमें विक्रम संवत् १९२४ में हुआ । शेठ साकलचंदजी बहुत चतुर, धर्मात्मा व व्यवहार कुशल थे। शेठ अमथालालजी को दो महोदर और सहोदरी भी थी, सबसे छोटी बहिनका विवाह गुजरात में रखियाल नामक गाममें हुआ। वह अभी वैधव्य दशामें है। उनके छगनलाल नामो भाई विक्रम सं. १९९० में स्वर्गवासी हुए। और कनिष्ठ सहोदर चुन्नीलालजीने सं. १९९३ में श्री १०८ मुनि श्री सनिधि में ब्रह्मचर्य दीक्षाली । ओठ साकलचन्दजीकी सांपत्तिक स्थिति यद्यपि साधारण थी तथापि उनका धर्मप्रेम व धर्मोन्नतिकी चिंता वर्णनीय थी। वे सदा धर्ममार्ग में रत होकर हमेशा अपने लौकिक कार्य को साधन करते थे।
शिक्षण. इस बीसवें शतक से पहिले स्कूल व कालेज के उच्च शिक्षणकी अपेक्षा व्यापारोपयोगी शिक्षण लेना महत्वका समझा जाता था । इसलिये साकलचंदजीने भी अपने पुत्रको वही