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विषय
লৰ হা उत्तरंग के देव
७.
चौथा अध्याय
पृष्ठ विषय
का माम और उसकी रचना कलश की उत्पति और धापना कलश का अपमान कलश का विस्तारमान पजादं रखने का स्थाने बजाधार (स्तं भवेष) का स्थान बजाधार की मोटाई और स्तंभिका ध्वजाधार, ध्वजदंड और ध्वजा का चित्र ध्वजादंड का उदयमान *जातका गए या बजादंड का तीसरा उदयमाम প্রায় দু মিলাদ ध्वजावंड की रक्षा विषमपर्ष वाले ध्वजा के सेरह नाम प्रजाकी पाटली पिज्जा का मान बजा का महात्म्य
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पांचवा अध्याय
वारमान से मूर्ति और पबासन का मान .... गर्भगृह का मान गर्भगृह के मान से मूति का मान देवों का दृष्टि स्थान देवों का पद स्थान प्रहार पर खाद्य (राजा) के घर मान भूङ्ग कम उस शृङ्गका क्रम सभित्र शिखर निर्माण २५६ रेखा की साधना सचित्र उदय भेदोद्भव देखा कलाभेदोद्भब रेखा रेखाचक त्रिखंडा कला रेखा सोलह प्रकार के चार त्रिखंडा को रेखा मोर कला रेखा संख्या मंहोकर और शिखर का उदयमान शिखर विधान श्रीवा, मामलसार और कला का मान .... शुकनास का उदय सिंह स्थान कपिली ( कोली) का स्थान कपिली का मान छह प्रकार की कपिली प्रासाद के अंडक और प्राभूषण शिखर के नमन का विभाग मामलसारका मान मित्र प्रामलसार के मीने शिखर के कोरूप सुवर्णपुरुष (प्रासादपुरुष ) को स्थापना ....
७६ ग्रंथ मान्यता की याचना
बैराज्यशासाद ५१ फालना के भेद
भ्रमणी (परिक्रमा
वैराश्य प्रासाद ८२ वैराज्यादि जातिका प्रासाद चित्र
नागर जातिका कलामय मंशोवर चित्र १२ दिशा के द्वारका नियम
२ नन्दन प्रासाद ८३ ३ सिंह प्रासाद
श्रीनन्दन, ५ मंदिर और ६ मलयप्रासाद ७विमान, विशाल, लोक्य भूषण प्रासाद १०० १० माहेन्द्र प्रसाद, ११ रत्नशीर्द १२ सितग प्रासाद
१३ भूधर, १४ भुबन मंडन, १५ लोक्य विजय, ८६ १६ क्षिति बल्लभ, १७ महीधर प्रासाद ... १०२