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२६]
क्र.सं. शीर्षक नाम
१ शान्तिक पौष्टिक कृत्य मुहूर्त
२
अक्षरारम्भ मुहूर्त
३
विद्यारम्भ में लग्न शुद्धि
४ विद्यारम्भ में लंग्न शुद्धि
दीक्षा मुहूर्त
दीक्षा-प्रतिष्ठा विवाह कर्म ग्राह्य नक्षत्र ज्ञापक सारणी
दीक्षा में लग्नांश राशियाँ
दीक्षा लग्न में ग्रहों की श्रेष्ठ,
व उत्तम स्थिति
९ सूर्यादिग्रहों की स्थानस्थित्यनुसार उत्तमा दि अवस्था ज्ञापक सारणी
दीक्षा लग्न में विशेषता
५
६
७
८
( अथ आवश्यक मुहूर्त प्रकरण)
१९
२०
२१
२२
१०
११ लोचकर्मादि मुहूर्त
१२
पात्रभोग मुहूर्त
१३
१४
१५
१६
१७
वार नक्षत्र शूल फल
१८ पूर्वादि दिशाओं में नक्षत्र-वार-शूल शापक सारणी
वार-शूल परिहार सारणी
काल-शूल
यात्रा में उत्तमादि नक्षत्र ज्ञापक सारणी
यात्रा मुहूर्त
यात्रा में वार
यात्रा में वारों की ग्राह्याग्राह्यता
वार शूल एवं नक्षत्र शूल
यात्रा के मध्यम निषिद्ध कतिपय नक्षत्र
वर्ण्य घटिकाएँ
२३ योगिनी दोष
योगिनी फल
अर्ध प्रहर योगिनी
मध्यम
२४
२५
२६ योगिनी बोधक सारणी
२७
यात्रा शुभाशुभ दिशा बोधक सारणी
२८ अर्धप्रहर योगिनी स्थिति ज्ञापक सारणी
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सर्व दिग्द्वार नक्षत्र
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क्र.सं. शीर्षक नाम
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काल एवं पाश योग
राहुचार ज्ञान
काल पाश योग बोधक सारणी
दिन अथवा रात्रि के अर्धप्रहर, दिशाएँ
राहुचार सारणी
राहू फल
चन्द्रचार ज्ञान
चन्द्र फल
सम्मुख चन्द्र की सर्व दोष नाशकता
पुरालयादि प्रवेश में चन्द्र विचार
समस्त ग्रहों का पूर्वादि दिशा विचरण
रविचार तथा तद्बोधक सारणी
यात्रा में दिशा शुद्धि के लिए
परिभ ज्ञान
दिग्द्वार नक्षत्र तत्स्वामिग्रह एवं यात्रा
शुभाशुभ ज्ञापक सारणी
परिध यन्त्र
यात्रा में अयन शुद्धि
यात्रा में सम्मुख शुक्र दोष
प्रतिशुक्र दोष फल
प्रतिशुक्र का अपवाद एवं शुक्रास्त
कुछ विशेष
में
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दक्षिण शुक्र भी त्याज्य
४९ शुक्रोदयास्त दिन संख्या
५०
यात्रा में पथिराहु एवं तच्चक्र
निर्माण विधि
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५७
५८ यात्रार्थ शुभ लग्न
पथिराहु चक्र
पथिराहु फल
आवश्यक यात्रार्थ तिथि चक्र योजना
[ मुहूर्तराज
प्रयाण शुभाशुभ फल ज्ञापक सारणी प्रयाण में लग्न शुद्धि
अन्यान्य अनिष्ट लग्न एवं इष्ट लग्न फल
अनिष्ट लग्न का एक और प्रकार
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