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३२४ ]
[ मुहूर्तराज
साधक अक्षर - तो, तौ
साध्यजिन
तारा
योनि
वर्ग
विंशोपक
| गण
राशि | नाडी
|
6 |
व्याघ्र
साध्यनाम
स्वकीय विरुद्ध
१,२,४
राक्षस |वृश्चिक अन्त्य दिव, मनुष्य | मिथुन | अन्त्यवेध
10
|
पादवेध
अशुभ अशुभ
अशुभ
| वेध
शत्रु श्रेष्ठतर | वेध
शुभ
永永阿阿阿阿昭
अशुभ | एकम
स्व
अशुभ
श्रेष्ठ
अशुभ
श्री ऋषभदेवजी |श्री अजितनाथजी
श्री सम्भवनाथजी |श्री अभिनन्दनजी श्री सुमतिनाथजी श्री पद्मप्रभुजी श्री सुपार्श्वनाथजी श्री चन्द्रप्रभजी श्री सुविधिनाथजी श्री शीतलनाथजी श्री श्रेयांसनाथजी श्री वासुपूज्यजी श्री विमलनाथजी श्री अनन्तनाथजी श्री धर्मनाथजी श्री शान्तिनाथजी श्री कुंथुनाथजी श्री अरनाथजी श्री मल्लिनाथजी श्री मुनिसुव्रतजी श्री नमिनाथजी श्री नेमिनाथजी
श्री पार्श्वनाथजी २४ श्री महावीरस्वामीजी
अशुभ
मध्यम
प्रीति
सम
भवेध
अशुभ
शभ
वेध
प्रीति
अशुभ
शुभ
वेध
प्रीति
m4m
1
अशुभ | एकम |शुभ
पति
एकनाथ
वर्ण
वश्य
राशि वृश्चि
नक्षत्र युजि विशाखा मध्य
मंगल
मेष
ब्राह्मण
सिंह
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