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३५६]
[ मुहूर्तराज
साधक अक्षर - से, से, सो, सौ।
साध्यजिन
| तारा | योनि
वर्ग
विंशोपक
गण
राशि | नाडी
स्वकीय
मनुष्य
।
| आद्य
साध्यनाम
विरुद्ध
हस्ती
मैं
आद्यवेध
शुभ
अशुभ
स्व
श्रेष्ठतर
मध्यम
मध्यम मध्यम | वेध
मध्यम
अशुभ सम अशुभ प्रीति
अशुभ
मध्यम
श्रेष्ठ
अशुभ
शुभ
वेध
|शुभ
अशुभ अशुभ
मध्यम
श्री ऋषभदेवजी २ श्री अजितनाथजी ३ श्री सम्भवनाथजी
श्री अभिनन्दनजी श्री सुमतिनाथजी श्री पद्मप्रभुजी श्री सुपार्श्वनाथजी
श्री चन्द्रप्रमजी ९ श्री सुविधिनाथजी
श्री शीतलनाथजी श्री श्रेयांसनाथजी श्री वासुपूज्यजी श्री विमलनाथजी श्री अनन्तनाथजी श्री धर्मनाथजी
श्री शान्तिनाथजी १७ श्री कुंथुनाथजी
श्री अरनाथजी श्री मल्लिनाथजी श्री मुनिसुव्रतजी श्री नमिनाथजी श्री नेमिनाथजी श्री पार्श्वनाथजी श्री महावीरस्वामीजी
अशुभ
|स्व
वेध
अशुभ
|
अशुभ अशुभ
वैर
मध्यम
मध्यम
|शत्रु
शुभ
वेध
मध्यम मध्यम
|श्रेष्ठतर
अशुभ
अशुभ
|
वैर
मध्यम
मध्यम
अशुभ
मध्यम
मध्यम
राम
अशुभ अशुभ स्व
प्रीति शुभ प्रीति
.
एकनाथ
नक्षत्र
राशि कुंभ
पति शनि
वर्ण शूद्र
वश्य बिना सिंह व मनुष्य के
मकर
पू.भा.
पश्चिम
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