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३४२ ]
[ मुहूर्तराज
साधक अक्षर - भो, भौ।
साध्यजिन
|
तारा
| योनि | वर्ग |
विंशोपक
गण
| राशि
नाडी
नकुल
साध्यनाम
स्वकीय विरुद्ध
मनुष्य |मकर राक्षस |सिंह
अन्त्य अन्त्यवेध
५, ७, ९
अशुभ |एकम
स्व
वेध
अशुभ
मध्यम
शुभ प्रीति |प्रीति
अशुभ
मध्यम
अशुभ
वेध
अशुभ
अशुभ
| शत्रु | मध्यम |श्रेष्ठतर
अशुभ
अशुभ
भवेध
मध्यम
| शुभ
अशुभ
| अशुभ अशुभ
स्व
मध्यम
|स्व
वेध
श्री ऋषभदेवजी श्री अजितनाथजी श्री सम्भवनाथजी श्री अभिनन्दनजी श्री सुमतिनाथजी श्री पद्मप्रभुजी श्री सुपार्श्वनाथजी श्री चन्द्रप्रभजी श्री सुविधिनाथजी श्री शीतलनाथजी श्री श्रेयांसनाथजी श्री वासुपूज्यजी श्री विमलनाथजी श्री अनन्तनाथजी |श्री धर्मनाथजी श्री शान्तिनाथजी श्री कुंथुनाथजी श्री अरनाथजी श्री मल्लिनाथजी श्री मुनिसुव्रतजी श्री नमिनाथजी श्री नेमिनाथजी श्री पार्श्वनाथजी श्री महावीरस्वामीजी
अशुभ
स्व
अशुभ
मध्यम
|शुभ
वेध
मध्यम
सम
मध्यम
कुवैर
| शुभ
अशुभ मध्यम
अशुभ
मध्यम
श्रेष्ठ
(१)
मध्यम
स्व
वेध
अशुभ अशुभ
मध्यम अशुभ अशुभ
मध्यम श्रेष्ठतर | वेध मध्यम
वर्ण
नक्षत्र
युजि
राशि मकर
पति शनि
एकनाथ कुंभ
वश्य कर्क मीन
कर्क
उ.षा.
| पश्चिम
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