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मुहूर्तराज ]
[१७९ ___ ऊपर लिखे गए ध्रुवादि घर उनमें पूर्वादिदिक् क्रम से निमेंय अलिन्दो (ओशरी) को लेकर है। जिस घर में कोई अलिन्द न हो उसे ध्रुव नामक घर कहा जाता है। जिस घर में पूर्वदिशा में अलिन्द हो उसे धन्य नामक घर कहते हैं। दिशानुसार अलिन्दों की स्थिति से इन घरों के नामों को जानने हेतु निम्नलिखित तालिका को देखें
- दिशानुसार अलिन्द स्थिति से भवनों के नाम तथा फल -
भवन नाम
दिशानुसार अलिन्द
ध्रुव
किसी भी दिशा में अलिन्द नहीं
स्थिरता
धन्य
पूर्व में अलिन्द
धनलाभ
जय
दक्षिण में अलिन्द
जयदाता
नन्द
पूर्व एवं दक्षिण में
पुत्राप्ति
खर
पश्चिम में
दरिद्रताकारी
कान्त
पूर्व, पश्चिम में
सर्वसम्पद्
मनोरम
दक्षिण, पश्चिम में
मन:प्रसाद
सुमुख
पूर्व, दक्षिण, पश्चिम में
३
श्रीदाता
दुर्मुख
उत्तर में
युद्ध (कलि)
पूर्व, उत्तर में
विषमता
विपक्ष
शत्रुभय
दक्षिण, उत्तर में पूर्व, उत्तर-दक्षिण में
धनद
३
धनदायी
क्षय
पश्चिम, उत्तर में
नाशकर्ता
आक्रन्द
पूर्व, पश्चिम-उत्तर में
४
शोकदामी
विपुल
दक्षिण, पश्चिम, उत्तर में ३
श्री एवं यश
विजय
पूर्व दक्षिण-पश्चिम-उत्तर में ४
विजयकारी
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